Ghaziabad News: गाजियाबाद में पैर पसारते कोरोना वायरस ने प्रशासन की चिंताओं को बढ़ा दिया है। सबसे ज्यादा चिंता बच्चों को लेकर है। स्कूली बच्चों को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन ने पहली बार कुछ कदम उठाए हैं। गाजियाबाद के डीएम राकेश कुमार सिंह ने सभी स्कूलों को सख्त निर्देश जारी कर कहा है कि, सभी स्कूल अपने कैंपस में कोविड हेल्पडेस्क जरूर बनाएं।
स्कूल आने वाले सभी बच्चे की पहले स्क्रीनिंग की जाए उसके बाद ही क्लास में प्रवेश दिया जाए। यदि किसी बच्चे को बुखार की शिकायत है तो अभिभावक को बुलाकर बच्चे को घर भेज दिया जाए।
स्कूलों में हेल्पडेस्क बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू
प्रशासन ने कहा कि इस आदेश का पालन करना सभी स्कूलों के लिए अनिर्वाय है। प्रशासन की तरफ से समय-समय पर इसकी जांच की जाएगी। अगर कोई स्कूल इसमें लापरवाही करता हुआ पाया गया तो उस पर कोविड नियमों के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ प्रशासन की तरफ से अभिभावकों से अपील की गई है कि यदि उनके बच्चों को बुखार आ रहा है तो उस बच्चे को स्कूल न भेजें। फिलहाल स्कूलों में हेल्पडेस्क बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सोमवार को स्कूल खुलने के बाद जिले के अधिकांश स्कूलों में प्रशासन के इस निर्देश का असर भी दिखा। स्कूल बच्चों को जांच कर क्लास रूम में भेज रहे थे।
फिर उठी ऑफलाइन क्लास की मांग
कोरोना की चौथी लहर की आशंका और स्कूलों में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए अभिभावकों में टेंशन बढ़ी हुई है। अब एकबार फिर से अभिभावक ऑफलाइन क्लास के साथ ही ऑनलाइन क्लास शुरू करने की भी मांग करने लगे हैं, लेकिन अभी तक इस संबंध में प्रशासन की तरफ से कोई फैसला नहीं लिया गया है। प्रशासन की तरफ से स्कूलों के साथ अब सभी ऑफिसों में भी एक बार फिर कोविड हेल्प डेस्क शुरू करवाए जाने की हिदायत दी गई है। कोरोना के मामले कम होने की वजह से सभी ऑफिसों में कोविड हेल्पडेस्क बंद हो गई थी।