Ghaziabad: शहर के अंदर पुलिस और लुटेरों के बीच एक बार फिर से मुठभेड़ हुई है। शुक्रवार देर रात इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र हिंडन बैराज पर हुई इस मुठभेड़ में पुलिस की गोली लगने से एक शातिर लुटेरा घायल हो गया। इसके बाद पुलिस ने चार लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक लूटा गया ऑटो बरामद किया है।
इस मुठभेड़ की जानकारी देते हए पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार देर रात पुलिस टीम इंदिरापुरम कोतवाली क्षेत्र में चैकिंग कर रही थी। तभी कनावनी के पास ऑटो सवार चार संदिग्धों आते दिखे। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो चारों हिंडन बैराज की तरफ भागने लगे। जब पुलिस ने पीछा किया तो आरोपियों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक संदिग्ध गोली लगने से घायल हो गया।
पुलिस ने बताया कि गोली लगने के बाद पुलिस ने घेराबंदी कर अन्य आरोपियों को भी दबोच लिया। घायल आरोपी की पहचान संगम विहार, दिल्ली के शातिर लुटेरे दिलशाद आलम उर्फ जावेद के रूप में की गई है। पुलिस के अनुसार, इसके खिलाफ दिल्ली-एनसीआर में दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। इसके साथ गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपियों की पहचान बदायूं के सोमवीर व सिराज और कासगंज के रिंकू के रूप में हुई। आरोपियों के पास से लूटा गया ऑटो, दो तमंचा, दो कारतूस और दो चाकू बरामद हुआ है। पूछताछ में पता चला कि चारों आरोपितों ने मिलकर 12 मई को एक ऑटो लूटा था और उसे बेचने जा रहे थे। रास्ते में ही पुलिस से मुठभेड़ हो गई।
आरोपियों की जानकारी देते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र बताया कि चारों शातिर लुटेरे हैं। ये गिरोह बनाकर गाजियाबाद और आस-पास के क्षेत्र में लूट करते हैं। इस गिरोह का सरगना दिलशाद है। वहीं गिरोह में दूसरे स्थान रखने वाले सोमवीर के खिलाफ हत्या की कोशिश व लूट के पांच मामले दर्ज हैं। सिराज व रिंकू गिरोह में नए हैं। उनके खिलाफ एक-एक मुकदमा दर्ज हैं। इन आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। इन आरोपियों की गैंगस्टर और अपराध से अर्जित संपत्ति कुर्क की जाएगी।