Ghaziabad Crime: बैंककर्मी का पैसा हड़पने के लिए जहर देकर हत्या करने वाले उसके दोस्त को गाजियाबाद पुलिस ने दो साल बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पिछले दो साल से फरार चल रहा था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को लालकुआं के पास से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान नरसेना बुलंदशहर निवासी दीपांशु शर्मा के रूप में हुई है। वहीं इस हत्या में शामिल दूसरा आरोपी अभी तक फरार है।
बता दें कि कविनगर थाना क्षेत्र में नवंबर 2020 में बैंक कर्मी भुवनेश शर्मा की हत्या हो गई थी। बैंककर्मी की हत्या शराब में जहरीला पदार्थ देकर उसके ही दो दोस्तों ने की थी। जांच में हत्या का कारण लाखों रुपये हड़पने का मामला सामने आया था। इस संबंध में मृतक बैंककर्मी के पिता कंछी लाल शर्मा की तहरीर पर उसके दो दोस्त दीपांशु शर्मा और शिवम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए कविनगर थाना प्रभारी अमित कुमार काकरान ने बताया कि मृतक के पिता कंछी लाल शर्मा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि वे संजयनगर सेक्टर 23 के रहने वाले हैं और उनका इकलौता बेटा भुवनेश शर्मा जयपुर में स्थित एक प्राइवेट बैंक में कार्यरत था। उसकी बुलंदशहर के रहने वाले दीपांशु शर्मा व शिवम शर्मा के साथ गहरी दोस्ती थी। ये दोनों आरोपी भुवनेश से मिलने कई बार जयपुर भी गए थे। दोनों आरोपियों ने एक फ्लैट खरीदने के लिए भुवनेश शर्मा से लाख रुपये उधार ले रखे थे। लॉकडाउन के समय जब जरूरत पड़ी तो भुवनेश अपने पैसे मांगने लगा। आरोपी पैसे देने की जगह उससे समय मांग रहे थे। इस दौरान छह नवंबर वर्ष 2020 को दीपांशु और शिवम ने भुवनेश को अपने लालकुआं स्थित कमरे पर बुलाया। वहां से जब वह देर रात तक वापस नहीं आया तो कंछीलाल ने भुवनेश को फोन किया तो उसने रात को दोस्तों के पास रुकने की बात कही।
पुलिस ने बताया कि अगले दिन दीपांशु का कंछीलाल के पास फोन आया और कहा कि भुवनेश की तबीयत खराब हो गई है और वह उसे अस्पताल लेकर जा रहे हैं। अस्पताल में डाक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया। इस दौरान पुलिस भी वहां पर पूछताछ के लिए पहुंच गई। जब पुलिस ने इन दोनों आरोपियों से पूछा तो दोनों ने अपने आप को भुवनेश शर्मा का परिवार का सदस्य बताया और कुछ ही देर बाद वहां से फरार हो गए। इसके बाद से ही पुलिस इन्हें ढूंढ रही थी। पुलिस अब दूसरे आरोपी शिवम की तलाश करने में जुटी है।