Ghaziabad Authority: गरीबों का अपना आशियाना बनाने का सपना होगा पूरा, जीडीए ने लॉन्‍च की इंद्रप्रस्थ आवास योजना

Ghaziabad Authority: गाजियाबाद में कम आय वर्ग वाले लोगों के पास अपना आशियाना बसाने का सुनहरा मौका है। जीडीए ने ऐसे लोगों को ध्‍यान में रखकर इंद्रप्रस्थ आवास योजना लॉन्‍च की है। इसमें 250 फ्लैट्स का निर्माण किया जाएगा। इच्‍छुक लोग 26 मई तक प्राधिकरण की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

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जीडीए ने लॉन्‍च की इंद्रप्रस्थ आवास योजना   |  तस्वीर साभार: Twitter
मुख्य बातें
  • जीडीए ने लॉन्‍च की इंद्रप्रस्थ आवास योजना
  • निम्‍न आय वर्ग के लोग इस योजना में कर सकते हैं आवेदन
  • योजना के तहत 6.67 लाख रूपये में मिलेगा फ्लैट

Ghaziabad Authority: गाजियाबाद में अपना आशियाना ढूंढ रहे लोगों के लिए खुशखबरी है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने निम्न आय वर्ग को ध्‍यान में रखकर इंद्रप्रस्थ आवास योजना लॉन्‍च की है। इस योजना के तहत 250 फ्लैट्स का निर्माण किया जाएगा। जीडीए की इस योजना के तहत भवनों को प्राप्‍त करने के इच्छुक लोग 26 मई तक प्राधिकरण की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। जीडीए अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप गरीबों को मकान मुहैया कराने के लिए प्राधिकरण पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

जीडीए की इस आवास योजना में जो चार फ्लोर इमारत बनाए जाएंगे, उनका दायरा 29.70 वर्ग मीटर है। वहीं इनकी कीमत 6.67 लाख रूपये होगी। भवन के लिए आवेदन करने वाले व्‍यक्ति के पास निम्‍न आय वर्ग का प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है। आवास योजना में पंजीकरण के लिए आरक्षित श्रेणी के आवेदकों को 33,400 रूपये देना पड़ेगा। वहीं अन्य श्रेणी के आवेदकों से 66,750 रूपये का पंजीकरण शुल्‍क लिया जाएगा।

ड्रा के जरिए होगा चयन

जीडीए की यह इंद्रप्रस्‍थ आवास योजना उन लोगों के लिए एक सुनहरा मौका है, जो गाजियाबाद में अपना घर बनाना चाहते हैं, लेकिन आय कम होने के कारण घर नहीं खरीद पा रहे हैं। जीडीए के अधिकारियों के अनुसार, इस इंद्रप्रस्थ आवास योजना में आवेदन करने वाले आवेदकों का चयन ड्रा के जरिए किया जाएगा। इसके बाद ड्रा के जरिए ही सफल आवेदकों को भवन के नंबर का आवंटन किया जाएगा। आवेदकों द्वारा भवन की कीमत की 25 फीसद धनराशि प्राधिकरण के पास जमा करने पर उन्‍हें भवन पर कब्जा दे दिया जाएगा।

जीडीए नए मास्टर प्लान 2031 पर कर रहा कार्य

बता दें कि जीडीए इस समय अपने नए मास्टर प्लान 2031 पर कार्य कर रहा है। इसके तहत डासना, लोनी, मोदीनगर व मुरादनगर की करीब 55 हजार हेक्टेयर जमीन का भू-उपयोग कृषि से आवासीय, व्यावसायिक, औद्योगिक, ग्रीन बेल्ट व अन्य उपयोग में परिवर्तित किया जाना है। इस मास्‍टर प्‍लान को लेकर जल्‍द ही प्राधिकरण अधिकारियों की बैठक होने वाली है।

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