Ghaziabad Loan Mafia: बैंको से धोखाधड़ी कर पैसे ऐंठने और पैसे लेकर फरार हो जाने का मामला आए दिन सामने आ रहा है। इसको लेकर गाजियाबाद जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की है। दिल्ली से सटे गाजियाबाद के सबसे बड़े लोन माफिया लक्ष्य तंवर की करीब 2 करोड़ रुपए की संपत्ति को आज प्रशासन ने जब्त कर लिया है। लक्ष्य तोमर पर कई बैंकों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर करोड़ों का चूना लगाकर करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित किए जाने का आरोप है।
ज्ञात हो कि इन दिनों बैंको से पैसा लेकर रफूचक्कर हो जाने का मामला सामने आ रहा है जिसको लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में हैं। इसी के तहत गाजियाबाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर कार्रवाई की गई और यहां के सबसे बड़े लोन माफिया को गिरफ्तार किया गया है।
विभिन्न बैंकों के मैनेजरों के साठगांठ से हुआ फर्जीवाड़ा
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसपी सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया कि लोन माफिया लक्ष्य तंवर पुत्र अशोक कुमार का एक इस तरह का गैंग है। इस ने वर्ष 2012 से अभी तक विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधकों से सांठगांठ कर और जनता के साथ धोखाधड़ी कर कूटरचित दस्तावेज तैयार किए और विभिन्न बैंकों से लोन लिया। इस गैंग के लीडर लक्ष्य तंवर के इशारों पर ही यह सारा गोरख धंधा हुआ। जिसमें लक्ष्य तंवर ने करोड़ों की बेनामी संपत्ति अर्जित की।
लक्ष्य तंवर समेत 12 लोगों के खिलाफ दर्ज था आर्थिक अपराध का मामला
इस पूरे मामले में थाना कोतवाली पर गैंगस्टर एक्ट बनाम लक्ष्य तंवर आदि 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ। पुलिस की गहन जांच में लक्ष्य तंवर पर आर्थिक अपराध किया जाना माना गया। इसके तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद के निर्देशानुसार बेनामी संपत्ति के संबंध में गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई करते हुए न्यायालय अपर जिलाधिकारी नगर गाजियाबाद के द्वारा पारित आदेश के अनुपालन में इस गैंग के लीडर लक्ष्य तंवर की कवि नगर स्थित करीब दो करोड़ की संपत्ति को आज कुर्क कर लिया गया है और अभी से संपत्ति की भी जानकारी की जा रही है। साथ ही इस संपत्ति को कुर्क करते हुए अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
इस कार्रवाई से लोन माफिया में हड़कंप
गाजियाबाद पुलिस के इस कार्रवाई से लोन माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि लक्ष्य तंवर जिले के बड़े लोन माफिया है। यह कार्रवाई चर्चा का विषय बना हुआ है। ज्ञात हो कि लक्ष्य तंवर की दो करोड़ की संपत्ति आज कुर्क हुई है। साथ ही अन्य लोन माफिया के तरफ भी प्रशासन की कड़ी नजर है। लेकिन आगे और क्या कार्रवाई होगी यह देखने वाली बात है।