Ghaziabad Electricity Department: गाजियाबाद विद्युत निगम ने बिजली बिलों के बकाएदारों के खिलाफ 10 मार्च के बाद कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। राज्य में चुनाव आचार संहिता के हटते ही विभाग कार्रवाई करने में जुट जाएगा। विभाग ने बिजली कनेक्शन काटने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है। इन बकाएदारों को विद्युत वितरण द्वारा लगातार नोटिस भेजने के बाद भी लोगों ने बकाया जमा कराने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। जिनके भी बिल लंबे समय से बकाया है, और बार-बार नोटिस के बाद भी नहीं भरे गए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए विभाग बिजली के कनेक्शन काट देगा।
आचार संहिता हटने के बाद कार्रवाई
पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के चीफ इंजीनियर शुचिंद्र कुमार पुरवार ने बताया कि बिजली बकाया की वसूली के लिए सभी विद्युत खंड अधिकारियों को अभियान चलाकर वसूली और कनेक्शन काटने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजों के लिए 10 मार्च को मतों की गिनती होने के बाद कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी। विद्युत निगम ने बकाएदारों को बकाया बिल जमा करने के लए नोटिस भेजे और जागरूक भी किया। उन्हें बिजली बिल जमा करने का एक मौका और दिया जा रहा है। इसके बाद भी बिजली बिल जमा नहीं किया तो घरों के बिजली कनेक्शन काटे जाएंगे। जिले के करीब 1.50 लाख उपभोक्ताओं पर 300 करोड़ रुपए से अधिक बिजली बिल बकाया है। ऐसे उपभोक्ताओं के घरों के कनेक्शन काटने के लिए विभाग की ओर से टीम तैयार की जा रही है।
273 करोड़ रुपए बकाया
गाजियाबाद बिजली विभाग की दी गई जानकारी के अनुसार कुल 28 हजार से अधिक कनेक्शन चालू हैं, जिनके बिल जमा नहीं किए गए हैं। इनकी लिस्ट बनाई गई है। जिसके अनुसार 86 करोड़ रुपए से अधिक का बिल बकाया था। वहीं विभाग ने एकमुश्त समाधान योजना चलाई जिससे 13 हजार उपभोक्ताओं से सिर्फ 4 करोड़ रुपए ही जमा कराए गए। पुराने बकाएदार एक लाख 67 हजार उपभोक्ताओं पर 273 करोड़ रुपए बकाया था, जिसमें इस योजना के तहत सिर्फ 116 करोड़ रुपए ही जमा हो सके। जानकारी के मुताबिक प्रतिमाह जमा होने वाले 350 करोड़ रुपए के बिल में भी उपभोक्ताओं ने रूचि कम दिखाई है। इस बार 70 करोड़ रुपया कम जमा हुआ है। फिलहाल जिले में उपभोक्ताओं पर विभाग का 300 करोड़ रुपए से अधिक का बकाया हो गया है।