Ghaziabad Encounter: गाजियाबाद पुलिस द्वारा 28 मई को किया गया इनामी बदमाश बिल्लू और राकेश का डबल एनकाउंटर अब जांच के घेरे में आ गया है। दोनों एनकाउंटर पर किसी भी तरह के फर्जी होने का आरोप लगने से बचने के लिए प्रशासन ने पहले ही जांच के आदेश दे दिए हैं। डीएम राकेश कुमार सिंह द्वारा मजिस्ट्रेट जांच के आदेश देते हुए दो मजिस्ट्रेट भी नियुक्त कर दिए गए हैं। इसमें सिटी मजिस्ट्रेट गंभीर सिंह जहां बिल्लू दुजाना एनकाउंटर की जांच करेंगे, वहीं राकेश दुजाना एनकाउंटर की जांच एसडीएम सदर विनय सिंह करेंगे। इन्हें एक माह के अंदर अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट डीएम को सौंपनी होगी।
बता दें कि 28 मई की सुबह इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ में एक लाख रुपये का इनामी बिल्लू दुजाना और मधुबन बापूधाम इलाके में हुई मुठभेड़ में 50 हजार रुपये का इनामी राकेश दुजाना पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान मारा गया था। दोनों ही आरोपी कविनगर थाना क्षेत्र की वेव सिटी में हुए डबल मर्डर में वांटेड थे। इन पर कई जिलों में उन पर गंभीर मामले दर्ज थे। इस एनकाउंटर को परिजनों ने फर्जी करार देते हुए जांच की मांग की थी।
डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि एसएसपी की तरफ से उन्हें एक पत्र मिला था, जिसमें दोनों एनकाउंटरों की मजिस्ट्रेट जांच कराने का अनुरोध किया गया था। इस क्रम में बिल्लू दुजाना एनकाउंटर की जांच सिटी मजिस्ट्रेट गंभीर सिंह और राकेश दुजाना एनकाउंटर की जांच एसडीएम सदर विनय सिंह को दी गई है। दोनों अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि, वे दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-176 के तहत दोनों की मृत्यु के कारणों की जांच करके एक महीने में अपनी रिपोर्ट दें। इस जांच पर अधिकारियों का कहना है कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है, जो हर एनकाउंटर में अपनाई जाती है, ताकि बाद में पुलिस कार्रवाई पर कोई सवाल न उठे।
गाजियाबाद पुलिस के अनुसार इन दोनों पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्यों में 16 मुकदमे दर्ज थे। इनमें हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, रंगदारी और आर्म्स एक्ट जैसी गंभीर धाराएं थी। दोनों बदमाश करीब दो माह पहले वेव सिटी में हुए दोहरे हत्याकांड में आरोपी थे। गाजियाबाद पुलिस ने बिल्लू दुजाना पर एक लाख का इनाम घोषित किया था। वहीं, राकेश के खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। दोनों ही आरोपी मूल रूप से गौतमबुद्ध नगर जिले के दुजाना गांव के रहने वाले थे।