Ghaziabad Pumping Station: गाजियाबाद के नंदग्राम और इसके आस-पास मौजूद कॉलोनियों के लोगों को सीवर जाम और बहते गंदे पानी की समस्या से मुक्ति मिलने वाली है। प्रशासन ने इस समस्या को दूर करने के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया है। नंदग्राम और इससे लगी 10 से ज्यादा कॉलोनियों की सीवर समस्या को दूर करने के लिए पंपिंग स्टेशन शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही सीवर लाइन भी शुरू हो चुकी है। इस पंपिंग स्टेशन और सीवर लाइनों को अमृत योजना के अंतर्गत बनाया गया है।
इस परियोजना में गाजियाबाद नगर निगम ने 88 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। पंपिंग स्टेशन लगने और सीवर लाइन शुरू करने के बाद सीवर की समस्या से करीब 3 लाख लोगों की परेशानी खत्म होगी।
यह इंटरमीडिएट पंपिंग स्टेशन (आईपीएस) 41 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता वाला है, जिसे नंदग्राम और इसके आस-पास मौजूद कॉलोनियों के सीवरेज को राजनगर एक्सटेंशन में बने सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से जोड़ा गया है। पंपिंग स्टेशन लगने और सीवर लाइन शुरू करने की परियोजना पर गाजियाबाद जल निगम ने साल 2018 में काम शुरू किया था।
इस परियोजना के तहत गाजियाबाद में दो पंपिंग स्टेशन बनाए गए हैं। नंदग्राम में 41 एमएलडी का पंपिंग स्टेशन बनाया गया है, जबकि शालीमार गार्डन में 17 एमएलडी का पंपिंग स्टेशन बना है। शालीमार गार्डन के पंपिंग स्टेशन को साल भर पहले शुरू कर दिया गया था। जिसको लगाने के बाद इस एरिया के आसपास राजेंद्र नगर और गणेशपुरी सहित कई कॉलोनियों की सीवर परेशानी दूर हो गई थी।
वहीं नंदग्राम, हिंडन विहार, सिहानी और नूरनगर की सीवर लाइन बिछाने का काम पिछले साल के आखिरी में किया गया। इसके बाद से दो महीने से इसका ट्रायल किया जा रहा है। आपको बता दें कि, 88 करोड़ रुपये की सीवर परियोजना के तहत करीब 4900 घरों में फ्री सीवर कनेक्शन देने का भी प्रावधान है। अब तक करीब 3 हजार घरों का सीवर कनेक्शन किया जा चुका है, वहीं 1900 कनेक्शन होने बाकी हैं।