Ghaziabad Police: कबाड़ के बीच गांजा तस्करी करने के बड़े मामले का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी ओडिशा से कबाड़ की बोरियों के बीच गांजा लाते और उसे गाजियाबाद और दिल्ली के इलाकों में सप्लाई करते थे। मसूरी पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मुखबरी के आधार पर इस मामले का खुलासा करते हुए 301 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। इस गांजे की कीमत करीब 45 लाख रुपये आंकी गई है। वहीं गांजे के साथ गिरफ्तार किया गया तस्कर अलीगढ़ का गभाना मोरहना निवासी वीरू सिंह है। आरोपी इस गांजे को गाजियाबाद, नोएडा समेत दिल्ली में सप्लाई करने के लिए लाया था।
इस तस्करी की जानकारी देते हुए एएसपी आकाश पटेल ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी ओडिशा से गांजा लाकर दिल्ली एनसीआर में ऑन डिमांड सप्लाई करता था। तस्कर वहां से माल लाकर यहां पर क्षेत्रवार फैले अपने साथियों को दे देता था। इसका सौदा गैंग का सरगना गभाना मोरहना निवासी वीरू सिंह ही करता था। आरोपी के साथ इस सप्लाई में शामिल कैंटर मालिक पर भी एनडीपीएस एक्ट के तहत ममला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इनके अन्य साथियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
गाजियाबाद पुलिस ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि उसका मेन टारगेट कॉलेज और हॉस्टल में रहने वाले छात्र थे। यह लोगों को ऑन डिमांड अपने क्षेत्रवार साथियों को गांजा सप्लाई करता था। जो आगे हॉस्टल और कॉलेज के छात्रों को बेचते थे। अब पुलिस क्षेत्रवार सप्लाई करने वाले तस्करों की तलाश में जुटी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि, जिले में बढ़ रहे गांजा सप्लाई को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। अभी तक जिले में गांजा की छह बड़ी खेप पकड़ी जा चुकी है। सभी आरोपी ओडिशा, आंध्र प्रदेश, विशाखापत्तनम से गांजा लाकर यहां पर सप्लाई करते थे। एएसपी आकाश पटेल ने बताया कि पुलिस इस बात की जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है कि क्या ये सभी गिरोह एक दूसरे के संपर्क में थे और इन सभी का सरगना कौन है।