Ghaziabad Murder: शहर के बेहटा हाजीपुर गांव के स्क्रैप कारोबारी हत्याकांड को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस वारदात को मृतक की दूसरी पत्नी ने अंजाम दिया था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार करते हुए पूरे मामले का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार, महिला की नजर मृतक के मकान पर थी, इसके लिए वह लंबे समय से कारोबारी पर दबाव भी डाल रही थी। लेकिन मकान नाम नहीं करने पर उसकी हत्या कर दी। पुलिस पूछताछ में आरोपित महिला ने हत्या करना कबूल किया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी रजनीश कुमार उपाध्याय ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि स्क्रैप कारोबारी हाजी बिलाल की हत्या उनकी दूसरी पत्नी ने ही की थी। पूछताछ में नजमा ने पुलिस को बताया कि चार दिन पूर्व वह मेरठ के इंचौली स्थित अपने पीहर गई थी। वहां से रविवार दोपहर घर आने के बाद रात को एक बार फिर से मकान को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद उसने अपने पति की हत्या कर दी।
हत्यारोपी महिला ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने खाना खाने के बाद हाजी बिलाल से मकान को अपने नाम कराने की बात कही। लेकिन उसने मना कर दिया। इससे वह बेहद नाराज हुई। कुछ देर बाद हाजी बिलाल ने शरबत मांगा, जिसमें उसने नशीली दवा मिलाकर दे दी। बिलाल के बेहोश होने के बाद उसने चुन्नी से हाथ और पैर बांध कर सिर पर हथौड़े से कई वार किए। साथ ही छुरे से गला रेत कर हत्या कर दी। इसके बाद वह खून से सने कपड़े, छुरा, मृतक का मोबाइल, हथौड़ा आदि सामान एक थैले में डाल कर नाले में फेंक दिया और मेरठ अपने मायके भाग गई। पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला है कि आरोपित महिला बहुत ही शातिर है। यह पहले से ही हत्या की योजना बनाकर आई थी। इसलिए उसने अपना मोबाइल मेरठ ही छोड़ दिया था, जिससे पुलिस गुमराह हो सके। पुलिस ने मृतक का मोबाइल व अन्य सामान बरामद कर लिया है।