Ghaziabad Murder Update: कविनगर औद्योगिक क्षेत्र में 29 जून की रात एक 25 वर्षीय युवती का शव जलाने के मामले में पुलिस अभी तक खाली हाथ है। अभी तक न तो मृतक युवती की पहचान हो पाई है और न ही हत्यारों की। इस मामले की जांच के लिए पांच विशेष टीमों का गठन किया गया है, जो सीसीटीवी कैमरों व लोगों से पूछताछ कर युवती की पहचान करने की कोशिश कर रही है। वहीं जांच के दौरान पुलिस को घटना स्थल एक एक अहम सबूत भी मिला है।
घटनास्थल पर पुलिस को एकमात्र सबूत के तौर ब्रीफकेस में इस्तेमाल होने वाला लोहे का हुक मिला है। एसपी सिटी निपुण अग्रवाल का कहना है कि, इससे लग रहा है कि युवती की कहीं पर हत्या करके शव को यहां ब्रीफकेस में लाकर जलाया गया। हालांकि, इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है कि हुक वहां पहले से ही पड़ा रहा हो। इस हुक को जांच के लिए अब विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। इससे यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि युवती को किस ज्वलनशील पदार्थ से जलाया गया।
बता दें कि 29 जून को रात करीब साढ़े दस बजे युवती को पुलिस बूथ से महज 100 मीटर की दूरी पर जलाया गया। शव 100 फीसदी जली हुई हालत में था, जिस वजह से युवती की पहचान नहीं हो पा रही है। पुलिस ने युवती के शव की फोटो गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ और दिल्ली के थानों में भी पहचान के लिए भेजी है। इसके अलावा पुलिस ने अब तक जिले की 20 लापता महिलाओं के फोटो के साथ भी शव के फोटो का मिलान किया, लेकिन किसी से भी नहीं मिला। वहीं पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे 40 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। एसएसपी मुनिराज ने बताया कि हत्यारे ने शव को पूरी तरह से जला दिया है, कपड़े भी जलकर राख हो गए। शव के पास से गहने आदि की कोई और निशानी भी नहीं मिली। इसलिए पहचान में मुश्किल हो रही है। पुलिस ने पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई है और डीएनए जांच के लिए नमूने भी रख लिए हैं।