Ghaziabad Crime: गाजियाबाद पुलिस ने डीएलएफ इलाके से लूट के एक मामले का पर्दाफाश करते हुए लुटेरी गैंग के सरगना सहित तीन शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपी के साथ लूट के गहने खरीदने वाले सर्राफ को भी पुलिस ने दबोचा है। आरोपियों के कब्जे से लाखों रुपये कीमत के लूट के गहने, 18 हजार रुपये, दो बाइक, फर्जी नंबर प्लेट, तीन देसी तमंचा व कारतूस बरामद हुए हैं। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह का सरगना बहुत शातिर है। यह जिस बाइक से लूट की वारदात को अंजाम देता था, उसे किसी अन्य कार्य में प्रयोग नहीं करता था। लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक को अपने बेडरूम में छिपाकर रखता था। इस सभी कार्य में उसकी मां भी मदद करती थी। पुलिस अब उसकी मां के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि, इस गिरोह ने 27 जुलाई को राजेंद्र नगर में जितेंद्र कुंडीर से चेन लूटी थी। जिस मामले की जांच करते हुए पुलिस को बाइक सवार लुटेरों के इस गैंग का पता चला। जिसके बाद से पुलिस की कई टीमें लगाकर इन बदमाशों की तलाश कर रही थीं। बीती रात करीब 11:30 बजे डीएलएफ कट से उन्हें दबोच लिया गया। इस गिरोह का सरगना लोनी क्षेत्र का रहने वाला फरमान है, वहीं लोनी के ही दानिश व शोएब इस गिरोह के सदस्य हैं। फरमान की मां रूखसार भी लोनी थाने की हिस्ट्रीशीटर रह चुकी है। वहीं इनसे लूट के गहने खरीदने वाले सर्राफ जहीरूद्दीन को भी गिरफ्तार किया गया है। यह लोनी में दुकान चलाता था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस गिरोह का सरगना फरमान बहुत ही शातिर है। वह बाइक से दिल्ली और गाजियाबाद की सीमावर्ती क्षेत्रों में लूट की वारदात को अंजाम देता और फिर दिल्ली की तरफ भाग जाता। पुलिस से बचने के लिए लूट में उपयोग होने वाली बाइकों को बेडरूम में छिपाकर रखता था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरोह का सरगना लोनी थाना से हत्या के एक मामले में पहले जेल भी जा चुका है। वहां से छूटने के बाद यह लूट की वारदात को अंजाम देने लगा। इस गिरोह ने पूछताछ में अब तक 50 से ज्यादा लूट की वारदात करने की बात कबूल की है। इसमें से आठ लूट सिर्फ साहिबाबाद कोतवाली क्षेत्र की है।