Rapid Rail : दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ तक 82 किमी लंबे रैपिड रेल कॉरिडोर की पटरियों से पहले ट्रेन ऑपरेटर वर्चुअल ट्रैक पर रेल दौड़ाएंगे। इसके जरिए नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) की ओर से ट्रेन ऑपरेटरों को वास्तविक समय और स्थिति में ट्रेन चलाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए दुहाई डिपो में आधुनिक उपकरणों से युक्त यूनिक सिमुलेटर रूम (वर्चुअल रूम) स्थापित किया जाएगा।
प्रशिक्षण के लिए दुहाई डिपो में सिमुलेटर रूम पर काम शुरू हो गया है। एनसीआरटीसी की योजना पहले खंड पर जुलाई से ट्रायल रन शुरू कर दिसंबर तक पूरा करने की है। एनसीआरटीसी ने दुहाई डिपो के मुख्य प्रशासनिक भवन में वर्चुअल प्रशिक्षण के लिए सिमुलेटर रूम के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मई तक छह कोच का पहला सेट भी पहुंचेगा दुहाई डिपो
मई तक उपकरणों को आने के बाद जून तक सिमुलेटर रूम स्थापित कर दिया जाएगा। फिर ट्रेन ऑपरेटर का प्रशिक्षण शुरू होगा। दुहाई डिपो में मई तक छह कोच का पहला सेट भी पहुंचेगा। पहले दो माह तक ट्रेन सेट के डिपो में कई प्रकार के तकनीकी टेस्ट किए जाएंगे।
कॉरिडोर पर 40 ट्रेन सेट दौड़ाएंगे ऑपरेटर
साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड पर मार्च 2023 तो दिल्ली से मेरठ तक पूरे कॉरिडोर पर 2025 से रैपिड रेल का संचालन शुरू होगा। पूरे कॉरिडोर पर रैपिड रेल का संचालन शुरू होने पर 40 ट्रेन सेट को ऑपरेटर चलाएंगे। रैपिड के 40 ट्रेन सेट में कुल 210 कोच होंगे। रैपिड के ट्रेन कोच का निर्माण गुजरात के सावली स्थित बंबारडियर प्लांट में किया जा रहा है। प्राथमिकता खंड के लिए पहले छह कोच वाले ट्रेन सेट का निर्माण का काम आखिरी चरण में चल रह है।
ट्रैक पर 50 प्रतिशत इलेक्ट्रिक पोल लगाने का काम पूरा
रैपिड के साहिबाबाद से दुहाई प्राथमिकता खंड पर रेल का ट्रायल रन जुलाई से शुरू होना प्रस्तावित है। ऐसे में एनसीआरटीसी इलेक्ट्रिक सिस्टम तैयार कर रही है। 17 किमी लंबे पहले खंड पर ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन बिछाने के लिए 50 प्रतिशत इलेक्ट्रिक पोल लग चुके थे। मई तक बाकी पोल और इलेक्ट्रिक लाइन संबंधी सिस्टम तैयार होने की संभावना है।
तीन स्टेशनों के प्लेटफार्म लेवल का काम पूरा
प्राथमिकता वाले खंड में साहिबाबाद, गुलधर और दुहाई स्टेशन के प्लेटफार्म लेवल का काम पूरा हो चुका है। मेरठ रोड तिराहा स्टेशन के निर्माण का काम दिन रात जारी है।