Ghaziabad Water Crisis: गाजियाबाद में इस समय पीने के पानी के लिए त्राहिमाम मचा हुआ है। शहर की 30 कॉलोनी में पेयजल की भारी किल्लत है। नलकूप और हैंडपंप खराब होने की वजह से पानी सप्लाई की टोटियां सूख चुकी हैं। लोगों को दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए भी इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। पानी की इस स्थिति को लेकर महापौर खुद जलकल विभाग के अधिकारियों को फटकार लगा चुकी हैं, लेकिन पेयजल सप्लाई की स्थिति में सुधार नहीं हो पा रहा।
भीषण गर्मी पड़ने के कारण इस समय शहर में पेयजल की मांग बढ़ गई है। इस स्थिति से निपटने के लिए जलकल विभाग को डिमांड के अनुसार पानी की सप्लाई बढ़ानी चाहिए थी, लेकिन इसके उलट सप्लाई में कटौती हो रही है।
शहर में बढ़ी पेयजल की मांग
इस समय शहर की 30 कॉलोनियों में पानी का संकट सबसे ज्यादा है। इसमें विजयनगर, नंदग्राम, प्रताप विहार, जटवाड़ा, कैला भट्टा, संजय नगर आदि ऐसी कॉलोनियां हैं, जहां पर प्रतिदिन मात्र 15 से 20 मिनट के लिए ही पानी सप्लाई हो पा रहा है। लोग पर्याप्त पानी नहीं मिलने से परेशान हैं। लोगों को मजबूरी में पानी खरीदना पड़ रहा है।
समय पर नहीं किया गया मेंटिनेंस कार्य
लोगों का आरोप है कि, पानी के इस संकट के लिए जलकल विभाग जिम्मेदार है। लोगों ने आरोप लगाया कि, इस बार विभाग ने गर्मी से पहले पानी आपूर्ति में सुधार के लिए नलकूप और हैंडपंप ठीक नहीं कराए। यही वजह है कि, पानी संकट पैदा हो गया। महापौर आशा शर्मा ने भी पानी किल्लत की बात मानी है और जलकल विभाग के महाप्रबंधक आनंद त्रिपाठी को पत्र लिखकर पेयजल आपूर्ति में सुधार करने के लिए कहा है। उन्होंने जल्द से जल्द खराब नलकूप और हैंडपंप ठीक करने का आदेश दिया है। साथ ही अतिआवश्यक वाली जगह पर नए नलकूप और हैंडपंप लगवाने के लिए कहा है।
अधिकारी ने बताया ये कारण
वहीं जलकल विभाग के महाप्रबंधक आनंद त्रिपाठी ने कहा कि, विधानसभा चुनाव की वजह से राज्य में आचार संहिता लगी थी, जिस वजह से नए टेंडर नहीं हो सके। जिस वजह से यह समस्या हुई है। निगम कई जगह काम शुरू नहीं कर रहा। जल्द ही पेयजल आपूर्ति में सुधार हो जाएगा।