Gurugram Murder: गांव सिरहौल में हुए अवधेश हत्याकांड के आरोपी को गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि, उसने अवधेश को 15 सौ रुपये उधार दे रखे थे। घटना वाले दिन दोनों कमरे में बैठकर शराब पी रहे थे। इसी दौरान उसे उधार की बात याद आ गई और उसने अवधेश से अपने पैसे मांग लिए। इस बात को लेकर दोनों में लड़ाई शुरू हो गई और आरोपी दोस्त महेंद्र ने गला दबाकर अवधेश की हत्या कर दी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद वह अपने गांव भाग गया था। जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के रहने वाले अवधेश गुरुग्राम के उद्योग विहार स्थित एक कंपनी में कार्यरत थे। मृतक सिरहौल में किराए का कमरा लेकर अकेले रहता था। इससे कुछ ही दूरी पर लखीमपुर जिले के गांव लाखू का रहने वाला महेंद्र भी किराए का कमरा लेकर रहता था। दोनों के बीच अच्छी दोस्ती थी। पुलिस को 20 जुलाई को अवधेश का शव उनके कमरे में मिला था। जांच में गला दबाकर हत्या करने का खुलासा हुआ।
एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि, इस हत्याकांड के प्राथमिक जांच में ही पुलिस को महेंद्र पर शक हो गया था। पुलिस ने जब उसका पता लगाना शुरू किया तो वह अपने कमरे से गायब मिला। जिसके बाद क्राइम ब्रांच सेक्टर-17 के प्रभारी इंस्पेक्टर नरेंद्र चौहान को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से पहले महेंद्र का नंबर ट्रेस किया। जांच में उसकी लोकेशन मोबाइल बंद होने से पहले लखीमपुर के आसपास ट्रेस हुई। जिसके बाद इंस्पेक्टर नरेंद्र अपनी टीम के साथ महेंद्र के गांव पहुंचे, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। हालांकि जांच के दौरान ही पुलिस ने उसे उसके एक दोस्त के घर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में महेंद्र ने बताया कि, दोनों ने एक साथ शराब पी थी। नशे में होने के कारण जब अवधेश ने उधार दिए 15 सौ रुपये देने से इंकार कर दिया तो उसने गुस्से में आकर तकिया के खोल का फंदा बनाकर गला घोट दिया।