Gurugram Crime: गुरुग्राम में कॉल सेंटर खोल विदेशियों के साथ ठगी करने के एक बड़े मामले का खुलासा हुआ है। इस कॉल सेंटर में काम करने वाले लोग विदेशियाों को पॉर्न मूवी देखने के दौरान बैंक डिटेल लीक होने का डर दिखाकर पहले अपने झांसे में लेते थे और इसके बाद उनके कंप्यूटर में एंटी वायरस डाउनलोड कराने के लिए पॉपअप भेजते और फिर सिस्टम को हैक कर 200 से 900 डॉलर वसूलते थे। इस कॉल सेंटर का खुलासा सीएम फ्लाइंग व गुरुग्राम पुलिस की संयुक्त टीम ने करते हुए मौके से कॉल सेंटर संचालक समेत 18 लड़कों व 4 लड़कियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि ठगी करने के इस अवैध कॉल सेंटर के संचालक शशांक राठौड़ और अभिषेक पांडे है। वहीं इसका मैनेजर विवेक शिंदे व नीरज जोशी है। इसके अलावा गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान तोकिर अंसारी, नरेन्द्र, विजय चौहान, सावंत सिह चौहान, पार्थ शर्मा, जय भगेला, भिमेश, रोहित चौहान, दीप मेहता, वत्सल, प्रदीप, विशाल, गौरव शर्मा, आविष्कार विश्वास के रुप में हुई है। पुलिस ने इन आरोपियों के पास से 3 मोबाइल फोन, 3 लैपटॉप, 1 इंटरनेट मोरडम, लेन कंटेनर व 13480 रुपए नकद बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी शशांक राठौड़, अभिषेक पांडे व मैनेजर विवेक शिंदे को पूछताछ करने के लिए रिमांड पर लिया जाएगा।
इस छोपेमार कार्रवाई की जानकारी देते हुए एसपी इंद्रजीत सिंह ने बताया कि, पुलिस को टिप मिली थी कि उद्योग विहार की लाल बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर कॉल सेंटर की आड़ में विदेशियों से ठगी का खेल चल रहा है। जिसके बाद सूचना के आधार पर सीएम फ्लाइंग की टीम समेत गुरुग्राम पुलिस ने रेड मारी। जांच के दौरान संचालक के पास कॉल सेंटर चलाने की कोई अनुमति नहीं मिली। साथ ही प्रारंभिक पूछताछ के दौरान सामने आया कि यहां से विदेशियों के ईमेल पर वायरस ग्रस्त फर्जी मेल भेजे जाते थे। जिसमें वे अपने शिकार को चाइल्ड पोर्नोग्राफी का डर दिखाकर बताते कि इसकी वजह से तुम्हारा बैंक डिटेल्स लीक हो चुका है और अब उनका बैंक बैलेंस इनसिक्योर है। इसके बाद ये अपने शिकार को भरोसा देते कि उनके पास एक ऐसा इंटीवायरस है जिससे उनका बैंक अकाउंट सेफ रहेगा। फिर एंटीवायरस डाउनलोड कराने के नाम पर ये 200 से 900 डॉलर लेते थे। आरोपी ये रकम गूगल पे, स्टीम ,एप्पल , ई-पे, बेस्टबे, टारगेट गिफ्ट कार्ड के माध्यम से लेते थे। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि यह अवैध कॉल सेंटर इससे पहले उद्योग विहार फेस 5 में चलाया जा रहा था। जहां से हाल ही में इसे यहां पर शिफ्ट किया गया है।