Corruption in Faridabad: फरीदाबाद नगर निगम में 200 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपी मुख्य अभियंता डीआर भास्कर को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी अधिकारी शहर के सेक्टर-21डी में ही अपने एक जानकार के फ्लैट में रूका हुआ था। गिरफ्तारी के बार विजिलेंस ने आरोपी को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए छह दिन की रिमांड हासिल की है। इस पूछताछ में जहां घोटाल में शामिल निगम के अन्य अधिकारियों के नामों का खुलासा होगा, वहीं विजिलेंस घोटाले से संबंधित कागजात भी हासिल करने की कोशिश करेगी।
बता दें कि, फरीदाबाद नगर निगम में खुलेआम भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा था। इसका खुलासा तब हुआ जब करीब 200 करोड़ रुपये का भुगतान एक ठेकेदार को बिना काम के कर दिया गया। भ्रष्टाचार के इस मामले में विजिलेंस ने ठेकेदार सतवीर, मुख्य अभियंताओं डीआर भास्कर व रमन शर्मा सहित अन्य पर दो मुकदमे दर्ज किए हैं। विजिलेंस ने ठेकेदार सतवीर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं मुख्य अभियंता रमन शर्मा ने जहां हाईकोर्ट में याचिका लगाई है, वहीं फरार डीआर भास्कर अब गिरफ्तार हो चुका है।
इस मामले की जांच में जुटी विजिलेंस ने बताया कि, आरोपी मुख्य अभियंता गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था। आरोपी फरारी के दौरान राजस्थान, मथुरा, हरिद्वार व दिल्ली भी गया। यहां पर वह होटलों में ठहरने के लिए दूसरे व्यक्ति की आईडी का प्रयोग कर रहा था। आरोपी अपना मोबाइल छोड़ चुका था और वह एक स्थान से दूसरे स्थान आने-जाने के लिए अपनी कार का प्रयोग करता था। वहीं पैसे के लिए उसने अपने जानकारों के डेबिट कार्ड ले रखे थे। आरोपी कुछ दिन से सेक्टर-21डी के एक फ्लैट में रूका था, जहां पर खाना बनाने के लिए उसने रसोईया रखा हुआ था।
आरोपित के सेक्टर-21डी में ठहरे होने की सूचना विजिलेंस को आरोपी को फ्लैट में छुपे होने की जानकारी रसोईये से मिली। विजिलेंस को कहीं से रसोईये की जानकारी मिली थी, जिसके बाद विजिलेंस ने जब रसोईये को बुलाकर पूछताछ की तो उसने सारी जानकारी उगल दी। जिसके बाद विजिलेंस ने आरोपित को फ्लैट में ही दबोच लिया।