Gurugram News: साइबर सिटी में मानसून से पहले ही मच्छर जनित बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है। शहर की हर गली में डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का लार्वा मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शहर के अंदर प्रतिदिन औसतन 20 घरों में मच्छरों का लार्वा मिल रहा है। यह खुलासा स्वास्थ्य विभाग द्वारा डोर टू डोर कराए गए सर्वे में हुआ। इस खुलासे के बाद स्वास्थ्य विभाग को जिले में डेंगू व मलेरिया फैलने का डर सता रहा है, इससे निपटने के लिए विभाग ने युद्ध स्तर पर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बता दें कि मलेरिया और डेंगू के मरीजों की पहचान के लिए सिविल सर्जन के निर्देश पर जिले में एक जून से रैपिड फीवर सर्वे शुरू किया गया था। इस सर्वे के तहत स्वास्थ्य विभाग के सैकड़ों कर्मचारियों ने अभी तक 69 हजार घरों का सर्वे किया है। सर्वे के दौरान टीम को जिले में 1886 लोग बुखार से पीड़ित मिले। इन सभी संदिग्धों की मलेरिया जांच के लिए नमूने भी लिए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार ये सर्वे पूरा महीना चलेगा। स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों से स्वास्थ्य का फीडबैक लेंगे।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस समय शहर में लार्वा की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमें मिलकर संयुक्त अभियान चला रही हैं। इस दौरान घरों और सार्वजनिक स्थानों पर मच्छरों के लार्वा की जांच की जा रही है। इस जांच में प्रतिदिन औसतन 20 जगहों पर मच्छरों का लार्वा मिल रहा है, जो स्वास्थ्य विभाग के अनुमान से काफी ज्यादा है। यह मानसून के समय और बढ़ सकता है। टीम को जहां भी लार्वा मिल रहा है, वहां पर दवा और स्प्रे का छिड़काव किया जाता है। लार्वा मिलने पर अभी तक नगर निगम 740 लोगों को चेतावनी नोटिस भी जारी कर चुका है। अधिकारियों के अनुसार ऐसे लोगों के घरों में अगर फिर से लार्वा मिला तो इन पर जुर्माना भी लगाया जा सकता है।