Gurugram Traffic Rules News: अगर आप भी ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों में शामिल हैं और गुरुग्राम में रहते हैं तो सावधान हो जाएं। अब यहां पर ट्रैफिक नियम तोड़ना आपको भारी पड़ सकता है। क्योंकि गुरुग्राम मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) अब यहां पर ऐसे लोगों पर ड्रोन से नजर रखेगी और जो भी नियम की अवहेलना करते हुए मिला उसका चालान काटा जाएगा। योजना के मुताबिक अभी जीएमडीए किसी निजी एजेंसी से हाईटेक ड्रोन का एक महीने का ट्रायल लेगा। अगर यह ट्रायल सफल रहा तो गुरुग्राम के अंदर नियमित रूप से यातायात प्रबंधन में ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा। ड्रोन से ट्रैफिक की निगरानी का निर्णय पिछले दिनों हुई मोबिलिटी मैनेजमेंट प्लान की बैठक में लिया गया था। इस प्लान में जीएमडीए की मोबिलिटी विग और ट्रैफिक पुलिस साथ काम कर रहे हैं।
बता दें कि शहर के अंदर सुबह और शाम यानी पीक आवर के समय हमेशा जाम लगा रहा है। इस जाम के प्रमुख कारणों में से एक कारण वाहन चालकों द्वारा बार-बार लेन बदलना है, जिससे दूसरे वाहनों की स्पीड धीमी पड़ जाती है और जाम लगने लगता है। इस योजना का मुख्य मकसद ऐसे वाहन चालकों पर लगाम लगाना है। ड्रोन से ट्रैफिक की निगरानी का निर्णय मोबिलिटी मैनेजमेंट प्लान की बैठक में लिया गया। आपको बता दें कि इस प्रोजेक्ट पर जीएमडीए की मोबिलिटी विंग और ट्रैफिक पुलिस ने साथ काम करने की योजना बनाई है।
जीएमडीए जीआइएस डिवीजन के हेड डा. सुल्तान सिंह ने बताया कि ट्रैफिक पर नजर रखने के लिए जिन ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा, वे बेहद खास होंगे। ये ड्रोन आटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन यानी नंबर प्लेट पहचानने वाले कैमरों व तकनीक से लैश होंगे। अगर कोई वाहन चालक नियमों की अवहेलना करता हुआ मिला तो यह ड्रोन उसके नंबर प्लेट को रिकार्ड कर पूरी डीटेल ट्रैफिक पुलिस को भेज देगी। जिसके कुछ ही मिनट में ई चालान नियम तोड़ने वाले व्यक्ति के मोबाइल पर आ जाएगा। ड्रोन से निगरानी शुरू करने के पीछे ट्रैफिक पुलिस और जीएमडीए का अपना तर्क भी है। अधिकारियों का मानना है कि वाहन चालक सड़कों और चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों को देखकर वहां तो ट्रैफिक नियमों का पालन करते हैं, लेकिन कैमरे से दूर जाते ही रफ ड्राइविंग करने लगते हैं। इस योजना के ट्रायल के दौरान दिल्ली-जयपुर हाईवे पर ड्रोन से नजर रखी जाएगी।