Gurugram Robbery: डीएलएफ फेज-दो इलाके में बेखौफ बाइक सवार चार बदमाशों ने दोपहर को बेलवेडेरे टावर्स रैपिड मेट्रो के नजदीक कैश कलेक्ट करने वाली कंपनी के एक कर्मचारी को लूट लिया। सूचना मिलते ही गुरुग्राम पुलिस भी सक्रिय हो गई और पूरे शहर में नाकाबंदी कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। देर रात क्राइम ब्रांच की सेक्टर-40 टीम ने इस लूट में शामिल आरोपितों को अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार कर लूट का माल बरामद कर लिया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में दो नाबालिग हैं। वहीं दो अन्य बदमाशों की पहचान उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के गांव छोटी नगरिया निवासी प्रशांत और बांदा जिले के गांव पालड़ा निवासी बीरु के रूप में हुई है। दोनों किराये के कमरे में रहते थे। पुलिस ने प्रशांत को पलवल बॉर्डर और बीरु को वजीराबाद इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से चार लाख आठ हजार रुपये, कपड़े, जूते, दो आईफोन और वारदात में प्रयोग की गई बाइक बरामद कर ली है।
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार राजस्थान निवासी विनोद कुमार सीएमएस इंफोटेक कंपनी में कैश कलेक्ट करने का काम करते हैं। वह कैश कलेक्ट करने के बाद उसे जमा कराने कंपनी के लिए बाइक से ऑफिस जा रहे थे। जैसे ही वे बेलवेडेरे टावर्स रैपिड मेट्रो के पास पहुंचे, बाइक सवार चार बदमाशों ने उन्हें घेर कर डंडे से हमला कर दिया। विनोद के बाइक से गिरते ही बदमाश बैग लेकर फरार हो गए। बैग में 6,64,413 रुपये मौजूद थे। घटना की जानकारी मिलने के बाद स्थानीय थाना पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की सेक्टर-40 टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने आस—पास लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से बदमाशों की पहचान की और वारदात के कुछ घंटों के अंदर ही चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
गुरुग्राम क्राइम के सहायक पुलिस आयुक्त प्रीतपाल ने कहा कि पूछताछ में पता चला है कि इस वारदात का मास्टर माइंड प्रशांत है। प्रशांत पहले एक्सप्रेस-बी नामक कंपनी में डिलीवरी मैन का काम करता था। उसने कंपनी में पैसों का गबन किया था, जिस वजह से उसे कुछ दिन पहले ही नौकरी से निकाल दिया गया था। शिकायतकर्ता विनोद उसकी कंपनी से कैश कलेक्ट करने जाते थे। जिस वजह से प्रशांत को विनोद के बारे में पूरी जानकारी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपितों ने 35 हजार रुपयों के कपड़े और जूते खरीदे। साथ ही 1,21,000 रुपये के दो आईफोन खरीदे।