Gurugram Crime: गुरुग्राम में अस्पताल से इलाज कराने के बाद जेल जाते हुए जेल एस्कॉर्ट के सिपाहियों को चकमा देकर फरार हुए दोनों आरोपी बंदी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। दोनों आरोपी फरार होने के बाद मथुरा में छिपे हुए थे। जहां से गुप्त सूचना के आधार पर पहुंची गुरुग्राम पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर भागने के साजिश का पता लगाने के साथ इसमें शामिल लोगों को भी काबू करने की कोशिश करेगी।
बता दें कि गुरुग्राम भोंडसी जेल से इलाज के लिए दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल ले जाए गए दोनों विचाराधीन बंदियों को इलाज के बाद जेल ले जाया जा रहा था। इस दौरान जेल एस्कॉर्ट टीम गुरुग्राम के सेक्टर-38 के एक गेस्ट हाउस में रुकी। वहीं से आरोपी पुलिसकर्मियों को अपनी बातों में उलझाकर फरार हो गए। पुलिस जांच में पता चला कि फरारी की यह साजिश पहले ही रची जा चुकी थी। इसमें आरोपियों के तीन दोस्तों ने मदद की थी। इस मामले में पुलिस ने एस्कॉर्ट में शामिल तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया है।
फरार होने वाले आरोपी राकेश व अभिजीत रेप और लूट के आपराधिक मामलों में जेल के अंदर विचाराधीन बंदी के रूप में सजा काट रहे थे। यहां पर बीमार होने के बाद दोनों को अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था। पुलिस के मुताबिक राकेश के ऊपर लगभग 5 आपराधिक मामले दर्ज हैं जिसमें 3 मामलों में कोर्ट की तरफ से आरोपी राकेश को सजा सुनाई जा चुकी है। वहीं एक मामले में वह बरी हो चुकी और एक मामले में वह अभी भी विचारधीन बंदी के रूप में जेल के अंदर बंद था। वहीं अभिजीत रेप के आरोप में बंद है। पुलिस जांच में पता चला कि दोनों ही कैदियों के फरार कराने में राकेश और अभिजीत के तीन अन्य साथी और होटल का संचालक भी शामिल था। इन तीनों ही आरोपियों ने राकेश और अभिजीत की भगाने में पूरी मदद की थी। आरोपियों के दोस्तों ने इन्हें स्कूटी भी उपलब्ध कराई थी। जिसके मार्फत गुरुग्राम से वह भागने में कामयाब रहे। अब इस पूरे मामले में पुलिस ने दोनों कैदियों को गिरफ्तार कर लिया है।