Gurugram News: गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग को बड़ी सफलता मिली है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने ट्रैप लगाकर एक अंतरराज्यीय लिंग जांच रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए दिल्ली के एक घर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। अवैध लिंग जांच करने वाले इन आरोपियों को पकड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक महिला को नकली गर्भवती बनाकर ग्राहक के तौर पर सेंटर में भेजा। जिससे इन आरोपियों ने भ्रूण की लिंग जांच के लिए पैसे की मांग की थी। जिसके बाद तीनों को दबोच लिया गया। इस मामले में स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा एक झोलाछाप डॉक्टर और तीन अन्य व्यक्तियों के खिलाफ पीसीपीएनडीटी अधिनियम, 1994 के तहत पालम विहार में मामला दर्ज कराया गया है।
इस गिरोह के बारे में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र यादव ने बताया कि, इस गिरोह के बारे में कुछ दिनों पहले जानकारी मिली थी, जिसके बाद जांच में लिंग जांच की पुष्टि हुई। इसके बाद एक टीम ने नकली गर्भवती महिला के साथ आरोपियों से संपर्क किया। जांच के लिए आरोपियों ने महिला से 40,000 रुपये की मांग की। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आरोपियों का दिल्ली तक पीछा किया। यहां पर इन आरोपियों को स्थानीय पुलिस की मदद से दबोचा गया। इन आरोपियों के पास से पुलिस ने एक पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन भी बरामद की है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि, इस गिरोह में शामिल लोगों के पास मेडिकल की कोई डिग्री नहीं है। एक अधिकारी ने बताया कि, हमने जिस महिला को गभवर्ती बनाकर भेजा था, वह गर्भवती नहीं थी। लेकिन इन आरोपियों ने नकली गर्भवती महिला की जांच कर बताया कि, भ्रूण एक लड़की है। अधिकारियों के अनुसार, यह एक अंतरराज्यीय रैकेट है। जो गुरुग्राम के अलावा दिल्ली और यूपी के कई शहरों में सक्रिय था। इस गिरोह में शामिल अन्य आरोपियों की भी जांच की जा रही है। बता दें कि टीम ने इस साल अब तक 14 छापे मारे हैं और 18 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। कई अन्य मामलों में जांच अभी भी जारी है।