Gurugram Kidnapped: गुरुग्राम एसटीएफ ने शनिवार को एक ऐसे सनसनीखेज मामले का खुलासा किया की गुरुग्राम के साथ दिल्ली के पुलिस महकमें में भी हड़कंप मच गया। एसटीएम ने दिल्ली के अंदर से तमिलनाडु के दो लोगों को छुड़ाते हुए इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं तीन से चार सदस्य अब भी फरार हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान जिरवानी बाबू, आसिफ हुसैन, (तमिलनाडू), मोहम्मद आजाद, मोहम्मद करीम व सोनू के रूप में हुई।
इन आरोपियों ने बिजनेस करने के बहाने तमिलनाडू के बिजनेसमैन व उसके मुंशी को दिल्ली बुलाकर एयरपोर्ट से अपहरण कर लिया था। दोनों पीड़ियों को छोड़ने के बदले आरोपियों ने 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। इस दौरान आरोपी दोनों को लेकर दिल्ली व गुरुग्राम के विभिन्न इलाकों में घुमते रहे। इस अपहरण की जानकारी मिलने के बाद तमिलनाडू साउथ रेंज के आईजी से हरियाणा एसटीएफ को इसकी सूचना देकर मदद मांगी थी। जिसके बाद कार्रवाई करते हुए सूचना मिलने के करीब 13 घंटे के अंदर ही बिजनेसमैन और उसके मुंशी को सकुशल छुड़ा लिया। साथ ही पांच अपहरणकर्ताओं को भी दबोच लिया।
एसटीएफ हेड क्वार्टर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में इस ऑपरेशन की जानकारी देते हुए डीआईजी सतीश बालन ने बताया कि उन्हें तमिलनाडू पुलिस से सूचना मिली थी कि वहां के एक बिजनेसमैन को बिजनेस करने के बहाने हरियाणा में बुलाया गया। यहां पहुंचते ही बिजनेसमैन को उसके मुंशी सहित बंधक बना लिया गया। इसकी जब जांच शुरू की गई तो पाया कि दोनों को दिल्ली में किडनैप कर रखा गया है। जिसके बाद दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल से संपर्क किया गया और उनके साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया। डीआईजी ने बताया कि अपहरण की सूचना मिलने के 13 घंटे के अंदर ही हमने आरोपियों को काबू कर बिजनेसमैन को सकुशल छुड़ा लिया।
डीआईजी सतीश बालन ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि इन आरोपियों ने बिजनेसमैन और मुंशी के पैर पर बैटरी बांध रखी थी। जिसको इन दोनों को डराने के लिए बम बता रखा था। बम से उड़ाने की धमकी देकर आरोपियों ने शुक्रवार को बिजनेसमैन के परिचितों को फोन कर 50 लाख रुपए फिरौती मांगी थी। एसटीएफ अब आरोपियों से पूछताछ में जुटी है।