Gurugram News: ब्लाइंड स्कूल में दिव्यांग मासूम की संदिग्‍ध मौत, परिजनों ने स्‍कूल पर लगाए कई गंभीर आरोप

Gurugram News: गुरुग्राम के बहरामपुर में स्थित एक ब्लाइंड स्कूल में पढ़ने वाली साढे 6 साल की दृष्टि बाधित बच्ची की संदिग्ध मौत हो गई है। बच्ची को दस्त की शिकायत होने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं परिजनों ने मारपीट का आरोप लगाया है। पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में भी बच्‍ची के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

death of visually impaired girl
अंध विद्यालय में दृष्टि बाधित बच्ची की संदिग्ध मौत   |  तस्वीर साभार: Representative Image
मुख्य बातें
  • बच्‍ची का पिछले माह ही कराया गया था यहां दाखिला
  • झारखंड की रहने वाली बच्‍ची रहती थी स्‍कूल के हॉस्‍टल में
  • पिता का आरोप, बच्‍ची को स्‍कूल में किया जाता था प्रताड़ित

Gurugram News: गुरुग्राम के सेक्टर-71 क्षेत्र के बहरामपुर में एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा संचालित  ब्लाइंड स्कूल में पढ़ने वाली साढे 6 साल की दृष्टि बाधित बच्ची की संदिग्ध मौत हो गई है। बच्ची को दस्त की शिकायत होने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। इस मामले में मृतक बच्‍ची के परिजनों ने  ब्लाइंड स्कूल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का आरोप है कि बच्ची के साथ मारपीट की गई, जिससे उसकी मौत हुई।

वहीं पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में भी बच्‍ची के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस के मुताबिक मृतक बच्‍ची झारखंड की रहने वाली थी और उसे इसी साल 13 जुलाई को गुरुग्राम के सेक्टर-71 क्षेत्र के बहरामपुर गांव के पास कैप्टन चंदन लाल स्पेशल मिडिल स्कूल फॉर द ब्लाइंड में भर्ती कराया गया था। वह स्कूल के हॉस्‍टल में ही रहती थी।

विसरा जांच के लिए सैंपल भेजा गया फॉरेंसिक प्रयोगशाला

मृतक बच्‍ची के पिता गोपाल प्रसाद ने बताया कि पिछले माह इस स्कूल में बच्‍ची का एडमिशन दिलाने के बाद वह वापस झारखंड लौट गए थे। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी बेटी के साथ स्कूल में मारपीट की जाती थी। उन्हें सूचना दी गई थी बच्‍ची को दस्त की शिकायत होने पर सेक्टर 10 सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने जांच के उपरांत मृत घोषित कर दिया। बच्‍ची के पिता पिता गोपाल प्रसाद ने आरोप लगाया कि, मेरी बेटी को स्कूल में लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। बच्‍ची के कुछ अभिभावक गुरुग्राम में ही रहते हैं लेकिन स्कूल प्रबंधन उन्हें सूचित तक नहीं किया। वहीं इस मामले में पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि बच्ची के हाथों और पैरों में चोट के निशान मिले हैं। हालांकि बच्ची की मौत के वास्तविक कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है। शव के विसरा जांच के लिए नमूनों को फॉरेंसिक प्रयोगशाला में भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी सच्‍चाई का पता चल सकेगा। वहीं बादशाहपुर थाने के प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है। विसरा जांच की रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

अगली खबर