Gurugram Traffic News: भारत में मानसून दस्तक दे चुका है। कई शहरों और राज्यों ने बारिश से तबाही मची हुई है। दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश के कारण लोगों को ट्रैफिक जाम और अन्य तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में गुरुग्राम प्रशासन ने बारिश से निपटने के लिए अपनी कमर कस ली है। गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने बारिश की वजह से होने वाले जलभराव से निपटने के लिए मास्टर प्लान बना लिया है। जलभराव की समस्या से निपटने के लिए गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने कई कर्मियों की टीम का गठन किया है।
जिले की पुलिस मानसून के दौरान शहर में 211 जगहों पर ट्रैफिक को नियंत्रित करने और वाहनों को टो करके उठाने के लिए 1,100 कर्मियों को तैनात करेगी। खास बात यह है कि, ट्रैफिक पुलिस जलभराव वाली जगहों पर कर्मियों को तैनात करने के लिए सीसीटीवी निगरानी का व्यापक इस्तेमाल करेगी।
मानसून के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर गुरुग्राम के पुलिस उपायुक्त (ट्रैफिक ) रविंदर सिंह तोमरी ने जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि, अधिकारियों को कुछ जगहों पर 2-4 के बैच के रूप में प्रतिनियुक्त किया जाएगा। नरसिंहपुर, खांडसा, सोहना रोड और एआईटी चौक जैसे कुछ जगह है जहां ट्रैफिक क्षमता काफी ज्यादा है और जलभराव की संभावना है, जिसके लिए 10-12 कर्मियों को नियुक्त करने की जरूरत है। 211 चिन्हित की गई जगहों में हीरो होंडा चौक, राजीव चौक, सिग्नेचर टावर, इफको चौक, एआईटी चौक, वाटिका चौक, सुभाष चौक, खुशबू चौक, झाड़सा चौक, एटलस चौक और शंकर चौक प्रमुख जंक्शन शामिल हैं।
पुलिस उपायुक्त ने यह भी कहा है कि, 211 चिन्हित की गई कम से कम 70% जगह सीसीटीवी की निगरानी में हैं। सुशांत लोक 1 में ट्रैफिक टावर और सेक्टर-44 में जीएमडीए के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से 24x7 निगरानी की जाएगी ताकि बारिश में जलभराव और ट्रैफिक की भीड़ को ट्रैक किया जा सके। बता दें कि, पिछले एक साल में ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) की ओर से लगाए गए हैं।