मॉनसून के समय शहर में होने वाले जलभराव की समस्या को खत्म करने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इस समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए जीएमडीए शहर में 12 ऐसी जगहों पर उच्च क्षमता वाले पंप लगाने जा रहा है, जहां पर जलभराव की समस्या सबसे ज्यादा होती है। अधिकारियों द्वारा सर्वे कर ऐसी जगहों की पहचान पहले ही कर ली गई है।
इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए जीएमडीए निजी एजेंसी से पंप सेट और जनरेट हायर करेगा। साथ ही इन्हें चलाने के लिए मॉनसून के दौरान 14 पंप ऑपरेटर भी हायर किए जाएंगे। वहीं, जीएमडीए अधिकारियों द्वारा फ्लड कंट्रोल रूम स्थापित करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अधिकारियों का दावा है कि, इस बार मॉनसून में कहीं भी जलभराव की स्थिति नहीं होगी।
जीएमडीए अधिकारियों के अनुसार, पानी निकासी के लिए पंप सेट लगाने के अलावा जलभराव को रोकने के लिए मिट्टी के बैग का भी इस्तेमाल किया जाएगा। जीएमडीए द्वारा 30 हजार मिट्टी से भरे बैग तैयार करवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसे उन जगहों पर लगाया जाएगा, जहां पर मॉनसून के समय जलभराव की स्थिति उत्पन्न होगी। बता दें कि, पिछले साल मॉनसून के दौरान शहर के कई अंडरपास में सड़कों से बहकर आया पानी जमा हो गया था। जिससे पूरा यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। उस समय इस समस्या को खत्म करने के लिए ऐसे स्थानों पर मिट्टी के बैग रखकर काम चलाया गया था। इस बार भी प्राधिकरण वहीं तरीका अपनाएगा।
जीएमडीए के मुख्य अभियंता राजेश बंसल ने बताया कि, प्राधिकरण की तरफ से पंप सेट लगाने के लिए जगह का चुनाव कर लिया गया है। ये पंप नरसिंहपुर, राजीव चौक, खांडसा चौक, खांडसा कलवर्ट, सेक्टर-38 स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम के पास, सेक्टर-34, सेक्टर-10 सिटी बस डिपो के पास, बहरामपुर के पास, वाटिका चौक, इफ्को चौक, इफ्को चौक मेट्रो स्टेशन के पास लगाए जाएंगे।