Gurugram Police: गुरुग्राम में अब अपराध करने के बाद अपराधी का भागना आसान नहीं होगा। साथ ही शहर के अंदर वांटेड अपराधी भी अब खुलेआम नहीं घूम पाएंगे। इन अपराधियों पर लगाम लगाने और दबोचने के लिए गुरुग्राम पुलिस अब हाईटेक फेस रिकग्निशन कैमरे का उपयोग करेगी। इन कैमरों के दायरे में आते ही कंट्रोल रूम में अलार्म बच उठेगा। जिसके बाद पुलिस एक्टिव हो जाएगी और अपराधी को भागने से पहले ही घेराबंदी कर दबोच लिया जाएगा। इन कैमरों की मदद से गुमशुदा लोगों की भी तलाश की जाएगी।
पूरे प्रदेश में ये फेस रिकग्निशन कैमरे (एफआरएस) सबसे पहले गुरुग्राम में ही लगाए गए हैं। गुरुग्राम पुलिस ने फेस रिकग्निशन सिस्टम में अब तक 3100 अपराधियों और गुमशुदा लोगों की फोटो भी अपलोड कर दी है। यह सभी कैमरे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक के जरिए काम कर रहे हैं। जीएमडीए अधिकारियों के अनुसार, अब तक शहर की विभिन्न जगहों पर 27 फेस रिकग्निशन कैमरे लगाए जा चुके हैं। वहीं बाकि के मेट्रो स्टेशनों, बड़े धार्मिक स्थलों, मुख्य बाजारों, बस स्टैंड, हाईवे सहित अन्य भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी जल्द 47 कैमरे लगाए जाएंगे।
इन सीसीटीवी कैमरों के लिए सेक्टर 44 स्थित गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) के कार्यालय में इंटीग्रेटिड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) बनाया गया है। इसके अलावा इन सीसीटीवी कैमरों की लाइव फुटेज देने की सुविधा पुलिस के आठ थानों में भी दी गई है। इन फेस रिकग्निशन कैमरों के अलावा गुरुग्राम और मानेसर की 212 जगहों पर 1130 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इन कैमरों की मदद से 24 घंटे शहर की निगरानी की जा रही है। जीएमडीए अधिकारियों के अनुसार, अभी एमजी रोड मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकासी पर आठ कैमरे, सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन पर आठ, शीतला माता मंदिर में छह, गुरुग्राम बस स्टैंड पर चार और सदर बाजार में एक फेस रिकग्निशन कैमरा लगाया गया है।