Gurugram Robbery: गुरुग्राम में अप्रैल माह में हुई कैश कलेक्शन वैन लूट मामले के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कैश कलेक्शन वैन में नियुक्त कर्मचारियों को हथियार के बल पर बंधकर बनाकर 96 लाख की रकम लूटने के मामले में यह सातवां और एक मात्र लुटेरा था जो अभी तक फरार था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि, उसके हिस्से में लूट के 10 लाख रुपये आए थे। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को जिला अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड हासिल की है। इस दौरान पुलिस लूट की रकम को बरामद करने की कोशिश करेगी।
बता दें कि, सात बदमाशों ने मिल कर 18 अप्रैल को सोहना रोड स्थित एक कैश कलेक्शन का काम करने वाली कंपनी की गाड़ी को इन बदमाशों ने रोक कर उसमें रखे 96,32,931 रुपये लूट लिए थे। इस दौरान इन बदमाशों ने वैन में बैठे कर्मचारियों की आंखों में मिर्च पाउडर फेंक व हथियार के बल पर कंट्रोल कर रखा था। लूट में शामिल छह आरोपित को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। उनके कब्जे से अब तक तीन कार, चार मोबाइल, एक पिस्टल, चार जिदा कारतूस, 78,40,000 रुपये व फर्जी नंबर प्लेट बरामद हो चुकी है।
बता दें कि, दिन दहाड़े हुई इस लूट के बाद गुरुग्राम पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तार के लिए एक एसआईटी का गठन किया था। जिसमें डीसीपी क्राइम राजीव देशवाल, एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान सहित अन्य अधिकारियों को शामिल किया गया था। लूट के बाद एसआईटी ने जांच करते हुए अप्रैल माह में ही आरोपी नीलकमल, गुलाब, जानी, दिवांकर अरोड़ा, कुलबीर व जावेद को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं इस लूट का मुख्य साजिशकर्ता आरोपित जितेंद्र उसी समय से फरार चल रहा था। एसआईटी की टीम ने इस लुटेरे को गुप्त सूचना के आधार पर सुभाष चौक से गिरफ्तार कर लिया। एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने बताया कि, पूछताछ में उसने अपने हिस्से में 10 लाख 50 हजार रुपए की रकम बताई है। घटना के बाद से ही वह पुलिस से छिपने के लिए लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था।