Gurugram Water Facility: गुरुग्राम नगर निगम की तरफ से शहर में 24 घंटे पेयजल सुविधा देने की योजना अब फाइलों से निकलकर बाहर आने लगी है। इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए निगम प्रशासन ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है। निगम जुलाई माह से पूरे शहर की पेयजल लाइन का सर्वे कराने जा रहा है। जिसकी शुरुआत सेक्टर-4, 9 सेक्टर-15 पार्ट-1 और 2 से की जाएगी। निगम की योजना सबसे पहले शहर के इन चार सेक्टर में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 24 घंटे पानी सप्लाई की सुविधा देने की है। इसके लिए सबसे पहले इन चार सेक्टरों का सर्वे करेगी।
निगम अधिकारियों के अनुसार, सर्वे के लिए एजेंसी हायर करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। टेंडर लगा दिया गया है, जिसे इसी माह पूरा कर लिया जाएगा। जिसके बाद अगले माह से सर्वे शुरू करवाया जाएगा। निगम अधिकारियों का दावा है कि, अगस्त माह से इन चारों सेक्टर में 24 घंटे पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। वहीं पूरे शहर में साल के अंत तक 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की जाएगी। इस योजना के लागू होने से लोगों को हर समय घरों में पानी मिल सकेगा। जिससे गर्मी के मौसम में पानी किल्लत की परेशानी भी खत्म होगी।
नगर निगम एसई राधे श्याम ने बताया कि, 24 घंटे पेयजल आपूर्ति के लिए निजी एजेंसी से सर्वे करवाया जाएगा। नियुक्त की गई एजेंसी शहर में पानी की लाइन की गुणवत्ता की जांच करने के साथ यह भी जांच करेगी कि किस क्षेत्र की लाइन कहां जा रही हैं और कहां समाप्त हो रही हैं। इसके बाद पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिन चार सेक्टरों में पानी दिया जाना है, वहां की आबादी और प्रति व्यक्ति पानी की जरूरत की भी जानकारी ली जाएगी। सर्वे के दौरान यदि पाइप लाइन में किसी तरह की खराबी मिलती है तो उसकी जानकारी भी निगम को देकर ठीक करवाई जाएगी। यहां पर पायलट प्रोजेक्ट सफल होने के बाद इसे दूसरे सेक्टरों में भी लागू किया जाएगा।
निगम अधिकारियो ने बताया कि, इन चारों सेक्टरों में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति की निगरानी फ्लो मीटर से की जाएगी। इसके लिए पानी की लाइनों पर फ्लो मीटर लगाए जाएंगे। जहां कहीं पाइप लाइन में लीकेज होगी उसे भी ठीक करवाया जाएगा। जिससे लोगों को 24 घंटे पानी मिल सके और लीकेज की वजह से पानी व्यर्थ न हो। बता दें कि, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले साल इस योजना की घोषणा की थी। इस पर अनुमानित लागत लगभग 140 से 175 करोड़ रुपये तक आने का अनुमान है।