Gurugram News: गुरुग्राम एसटीएफ ने एक ऐसे व्यक्ति को दबोचे में सफलता पाई है जो गैंगस्टर्स व अपराधियों को फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनाकर विदेश भागने में मदद करता था। जालसाजी के इस कार्य में दिल्ली का उसका एक साथी भी मदद करता था। ये आरोपी पासपोर्ट बनाने के बदले गैंगस्टर्स से मुंहमांगी कीमत वसूलते थे। एसटीएफ ने आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ इनके पास से पासपोर्ट के कई फार्म व फर्जी दस्तावेज से तैयार एक व्यक्ति का पासपोर्ट और अपॉइंटमेंट की स्लिप बरामद की है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कई अपराधियों को देश से भागने में मदद करने की बात स्वीकार की है।
एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि डीएलएफ फेज-1 थाना एरिया के एक बाजार में ऐसा जालसाज मौजूद है जो बड़े बदमाशों व अपराधियों का फर्जी दस्तावेज के आधार पर पासपोर्ट बनवाकर देश से भागने में मदद करता है। जिसके बाद पहुंची एसटीएफ की टीम ने आरोपी को दबोच लिया। एसटीएफ ने गिरफ्तार युवक की पहचान मूल रूप से नेपाल के रहने वाले राजू के रूप में की है। यह आरोपी गुरुग्राम के गांव चकरपुर में किराये के मकान में रहता था।
आरोपी ने एसटीएफ की पूछताछ में कई ऐसे राज खोले, जिसे सुनकर पुलिस अधिकारी भी चौंक गए। अरोपी ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह हरियाणा, पंजाब समेत दूसरे राज्यों के गैंगस्टर के लिए काम करता था। अपराधियों द्वारा पासपोर्ट की मांग मिलने के बाद सबसे पहले रेट तय होता था। यह रेट अपराधी के अपराध के हिसाब से 50 हजार से दो लाख रुपये तक होती थी। रेट तय होने के बाद आरोपी फर्जी पहचान पत्र, आधार कार्ड तैयार करवाकर फर्जी पते पर पासपोर्ट के लिए आवेदन करता। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सभी भाइयों व गैंगस्टर नरेश के भांजे समेत कई अपराधियों का पासपोर्ट बनवाया है। एसटीएफ ने आरोपी के कब्जे से चकरपुर निवासी समर सिंह का पासपोर्ट फॉर्म और पंजाब निवासी जसपाल सिंह का पासपोर्ट अपॉइंटमेंट लेटर बरामद किया है। जसपाल सिंह हालही में जेल से जमानत पर बाहर आया है और देश छोड़ने के फिराक में था। एसटीएफ अब इसके साथ सोनू की तलाश में जुटी है।