Gurugram Blackmailing: गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस में तैनात हेड कांस्टेबल को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। इस मामले में क्राइम ब्रांच की डीएलएफ फेज-चार ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस टीम ने इन आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया, जब ये सेक्टर-42 चौक के नजदीक पुलिसकर्मी से एक लाख रुपये लेने पहुंचे थे।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान दिल्ली के गांव बेगमपुर निवासी दीपक और सत्येंद्र एवं रोहिणी निवासी अशोक के रूप में की है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लाख रुपये के साथ स्विफ्ट डिजायर कार भी बरामद की है। पुलिस जांच में पता चला है कि ट्रैफिक पुलिसकर्मी को ब्लैकमेल करने वाले सभी आरोपी टैक्सी का काम करते हैं।
क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त प्रीतपाल ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि, ये तीनों आरोपी इसी सप्ताह 21 मई को सेक्टर-42 इलाके में पहुंचे और वहां तैनात हेड कांस्टेबल प्रेम सिंह से कहा कि उनके पास पैसे लेते हुए उनका वीडियो है। जब पुलिसकर्मी ने वीडियों दिखाने को कहा तो आरोपियों ने एक वीडियो भी दिखाया, लेकिन उसमें हेड कांस्टेबल प्रेम सिंह नहीं थे। पुलिस ने बताया कि, इसके बाद आरोपियों ने प्रेम सिंह को धमकाते हुए कहा कि, इसी तरह का एक वीडियो तुम्हारा भी हमारे पास मौजूद है। इसके बाद तीनों आरोपी चले गए और बाद में प्रेम सिंह को फोन करके कहा कि यदि तीन लाख रुपये नहीं दिए तो इस वीडियो को वायरल कर दिया जाएगा। हालांकि बाद में तीनों एक लाख रुपये में मान गए।
वहीं पुलिसकर्मी प्रेम सिंह ने इस बात की शिकायत 24 मई को सुशांत लोक थाने में कर दी। जिसके बाद से ही पुलिस तीनों आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रही थी। पुलिस ने पूरी प्लानिग के साथ तीनों को पैसे लेने के लिए सेक्टर-42 चौक के नजदीक बुलाया। जैसे ही उन्होंने पैसे पकड़े, उन्हें पुलिस द्वारा दबोच लिया गया। अब पुलिस आरोपितों का आपराधिक रिकार्ड खंगाला रही है।