Exrecise For Spine: आपकी रीढ़ की हड्डी अगर मजबूत होती है, तो इसका फायदा आपको लंबी उम्र तक मिलता है। इससे आपको एक उम्र के बाद रीढ़ की हड्डी में दर्द और झुककर चलने की जरूरत नहीं होती है। आप आसानी से भारी काम भी कर लेते हैं। पहले के समय लोग लंबी उम्र के बाद भी काफी फिट और मजबूत रहते थे। हालांकि आज के समय में स्थिति बिल्कुल बदल गई है। आज हर दूसरा शख्स कमर दर्द और रीढ़ की हड्डी के दर्द से परेशान नजर आता है। इसके लिए बेहद जरूरी है कि आप अपनी रीढ़ की हड्डी को मजबूत और अधिक लचीला बनाए रखें, ताकि दर्द की समस्या न हो। इसके लिए आप कुछ खास एक्सरसाइज का अभ्यास कर सकते हैं।
हेल्दी स्पाइन के लिए स्ट्रेचिंग है बेहद कारगर
स्पाइनल कॉर्ड इंज्यूरी से पीड़ित लोग यदि स्ट्रेचिंग करते हैं, तो यह उनके जोड़ों और मांसपेशियों में होने वाले खिंचाव को कम करने में मददगार हो सकती हैं। अपने पूरे शरीर में लचीलापन लाने के लिए की जाने वाली एक्सरसाइज में सभी मुख्य मांसपेशियों को शामिल किया जाना चाहिए। इसमें आपको कंधे, कूल्हे, घुटने और टखनों पर मुख्य रूप से ध्यान दिया जाना चाहिए, क्योंकि रीढ़ की समस्या होने पर इन्हीं जगहों पर ज्यादा असर पड़ता है। रीढ़ की हड्डी से जुड़ी इस तरह की समस्या में नियमित स्ट्रेचिंग सेशंस काफी फायदेमंद हो सकते हैं।
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मासपेंशियों पर बेहतर कंट्रोल देती है स्ट्रेंथ ट्रेनिंग
किसी भी स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के दौरान आप जिन खास मांसपेशियों पर ज्यादा कंट्रोल चाहते हैं, उनसे जुड़ी एक्सरसाइज पर आपको फोकस करना चाहिए। कुछ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज में ट्रंक पुश-अप्स, क्रॉस फिट बैलेंस वर्क, आइसोमीट्रिक बैक एक्सरसाइज, स्पाइनल ट्विस्ट्स, सभी दिशों में झुकने से जुड़ी एक्सरसाइज, लोअर बॉडी ट्विस्ट आदि शामिल हैं। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार, अलग-अलग तरह की इंजरी के अनुसार हर व्यक्ति की मांसपेशियां अलग होती हैं।
स्पाइनल इंजरी में मददगार होता है एरोबिक वर्कआउट
एरोबिक्स का कार्डियो हेल्थ पर पड़ने वाले अच्छे असर के बारे में तो आप जानते ही हैं। इसके अलावा यह स्पाइनल इंजरी में भी मददगार हो सकती है। आप एरोबिक एक्सरसाइज में हाथों से साइकिलिंग करना, सर्किट एक्सरसाइज, तैराकी, बास्केटबॉल गेम आदि शामिल हैं।
बता दें कि अगर आप स्पाइनल कॉर्ड इंज्यूरी से पीड़ित हैं, तो आप जानते ही होंगे कि आप सामान्य दिनचर्या से अपनी फिटनेस बनाए नहीं रख सकते। किसी तरह की अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए आपको नियमित तौर पर व्यायाम की आवश्यकता होगी। अगर संभव हो तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें और उनसे अपनी समस्या के अनुरूप एक्सरसाइज पूछें।
(डिस्क्लेमर : यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है। टाइम्स नाउ नवभारत इसकी पुष्टि नहीं करता है।)