नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को 17वें आसियान-भारत समिट को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और आसियान की सामरिक भागीदारी हमारी साझा ऐतिहासिक, भौगोलिक और सांस्कृतिक धरोहर पर आधारित है। आसियान समूह शुरू से हमारी एक्ट ईस्ट पॉलिसी का मूल केंद्र रहा है। भारत के इंडो पैसिफिक ओसियन इनिशिएटिव और आसियान के आउटलुक ऑन इंडो पैसिफिक के बीच कई समानताएं हैं।
पीएम मोदी ने कहा, 'भारत और आसियान के बीच हर प्रकार की कनेक्टिविटी को बढ़ाना- शारीरिक, आर्थिक, सामाजिक, डिजिटल, वित्तीय, समुद्री- हमारे लिए एक प्रमुख प्राथमिकता है। पिछले कुछ सालों में हम इन सभी क्षेत्रों में करीब आते गए हैं।'
आसियान 10 दक्षिणपूर्वी एशियाई देशों का संगठन है। दक्षिणपूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन आसियान को क्षेत्र का सबसे प्रभावशाली समूह माना जाता है तथा भारत, चीन, जापान और आस्ट्रेलिया इसके संवाद साझेदार हैं। यह शिखर बैठक उस वक्त हो रही है जब दक्षिणी चीन सागर और पूर्वी लद्दाख में चीन का आक्रामक व्यवहार देखने को मिल रहा है। कई आसियान देशों का दक्षिणी चीन सागर में चीन के साथ सीमा विवाद है।
प्रधानमंत्री मोदी पिछले साल नवंबर में बैंकॉक में हुई 16वीं आसियान-भारत शिखर बैठक में शामिल हुए थे। इस बार उन्होंने वियतनामी प्रधानमंत्री गुयेन जुआन फुक के साथ सह-अध्यक्षता की।
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