मध्यप्रदेश का इंदौर शहर बना कोरोना का एपीसेंटर, डॉक्टर की मौत,अबतक 22 की गई जान

देश
रवि वैश्य
Updated Apr 09, 2020 | 14:21 IST

मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने से एक डॉक्टर की मौत हो गई है, बताया जा रहा है कि प्रदेश में डॉक्टर की मौत का संभवतः पहला मामला है।

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इंदौर के डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी (फाइल फोटो) 

इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमण की जद में आये 62 वर्षीय डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की बृहस्पतिवार सुबह मौत हो गयी। इसके साथ ही, शहर में इस संक्रमण की चपेट में आने के बाद दम तोड़ने वाले मरीजों की तादाद बढ़कर 22 पर पहुंच गयी है। जिले के सीएमएचओ ने इसकी पुष्टि कर दी है वहीं राज्य के सीएम शिवराज सिंह ने डॉक्टर की मौत पर शोक जताया है।

सीएमओ ने बताया कि 62 वर्षीय जनरल फिजिशियन ने एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान आखिरी सांस ली। वह जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे।

उन्होंने कहा, 'हमें संदेह है कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद दम तोड़ने वाले डॉक्टर कोविड-19 के किसी मरीज के इलाज के दौरान उसके संपर्क में आये होंगे। हम पता लगा रहे हैं कि वह इस संक्रमण की चपेट में कैसे आये थे।' 

शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के बुधवार शाम जारी बुलेटिन में शहर में कोविड-19 के जिन 40 नये मरीजों की जानकारी दी गयी थी, उनमें 62 वर्षीय डॉक्टर भी शामिल थे। बुलेटिन के मुताबिक 62 वर्षीय मरीज में कोरोना वायरस के लक्षण थे। हालांक,अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि वे कोविड-19 के किस मरीज के संपर्क में आये थे।

इस बीच, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जो कुछ दिन पहले बनाया गया था। कोरोना वायरस संक्रमण के बाद बृहस्पतिवार सुबह दम तोड़ने वाले 62 वर्षीय डॉक्टर इस वीडियो में दावा कर रहे थे कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनके घर में अपने परिवार के साथ बैठे हैं। इंदौर में अब तक कोरोना वायरस के 213 मामले सामने आए हैं।

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने लगाया एस्मा
कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के चलते इसके बेहतर प्रबंधन के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने नागरिकों के हित को देखते हुए बुधवार से अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून  लागू कर दिया है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'नागरिकों के हित को देखते हुए बेहतर प्रबंधन के लिए आज से सरकार ने मध्य प्रदेश में एसेंशियल सर्विसेज़ मैनेजमेंट एक्ट जिसे एस्मा या हिंदी में ‘अत्यावश्यक सेवा अनुरक्षण कानून’ कहा जाता है, तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है।'

मुख्यमंत्री ने लोगों से घर से बाहर निकलते समय एहतियात बरतने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा कि मास्क पहनकर ही लोग अपनों घरों से बाहर निकलें। हाल के दिनों  में मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में तेजी आई है।

मुख्यमंत्री ने कहा, 'किसी को भी कोरोना वायरस की बीमारी छिपाने की जरूरत नहीं है। इसे छिपाने पर मौत हो सकती है जबकि इसके बारे में बताकर जीवन मिल सकता है।' 


 

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