Twin Tower Debris: यूपी के नोएडा में रविवार को सुपरटेक के ट्विन टावर को ढहा दिया। सुपरटेक के ट्विन टावर को ढहाने के बाद अब इस बात पर मंथन शुरू हो गया है कि इसके मलबे का क्या किया जाए। धमाके के बाद करीब 80 हजार टन मलबा जमा है और जिसे यहां से हटाने में करीब तीन महीने का समय लग सकता है। वहीं इस बीच जिला प्रशासन ने नोएडा अथॉरिटी को मलबे से सड़क बनाने का सुझाव भेजा है। दरअसल ट्विन टावर से जितना मलबा निकला है, उससे करीब 10 किलोमीटर सड़क बन सकती है। इस बीच ट्विन टावर को गिराने वाली एजेंसी ने मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया है।
ट्विन टावर के मलबे से बन सकती है 10 किलोमीटर सड़क
एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने बताया कि ट्विन टावर के मलबे से पहले पर्दों को हटाया जा रहा है। साथ ही कहा कि मलबे को हटाने के लिए मशीनें मंगा ली गई हैं और आज से ट्रकों में मलबा भेजने का काम शुरू कर दिया जाएगा। ट्विन टावर का मलबा सेक्टर-80 स्थित प्राधिकरण के वेस्ट प्लांट में भेजा जाएगा।
मलबा हटाने के बाद कराई जाएगी सफाई
ट्विन टावर का सारा मलबा हटाने के बाद वहां की पूरी सफाई कराई जाएगी। हालांकि इस जगह पर क्या होगा ये अभी तक साफ नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है प्राधिकरण आसपास की 7 हजार वर्ग मीटर ग्रीन बेल्ट लैंड को पार्क बना सकती है। अधिकारियों के मुताबिक ट्विन टावर की जमीन का मालिकाना हक फिलहाल सुपरटेक बिल्डर का है।
इस बीच नोएडा प्राधिकरण लगातार सड़क, सोसायटी और पार्क में साफ-सफाई का काम करवा रहा है और इसमें करीब 20 टीमें शामिल हैं। ट्विन टावर को गिराए जाने के बाद आसपास के सोसायटी और इलाके में धूल फैल गई थी। सोमवार शाम हुई हल्की बारिश से इस धूल से काफी राहत मिली है। रविवार दोपहर 2.30 बजे 3,700 किलो विस्फोटक ब्लास्ट कर ट्विन टावर को गिराया गया था। दिल्ली के कुतुब मीनार से भी लंबे ट्विन टावर को गिराने में करीब 20 करोड़ रुपए का खर्चा आया है।
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