दौसा: राजस्थान के दौसा से एक बिन ब्याही मां जो अपहरण के तीन साल बाद मिली है उसकी दर्दनाक दास्तां ऐसी है कि कोई भी भावुक हो जाए। जब यह नाबालिग थी तो बिहार से किडनैप कर ली गई और उसके बाद उसे यूपी से होते हुए राजस्थान तक कई जगह पर बेचा गया। इस दौरान जब परिजन पुलिस के पास शिकायत लेकर गए तो उल्टा पुलिस ने युवती के चरित्र पर ही लांछन लगाकर ही लौटा दिया। अब पीड़िता जब अपने भाई को राजस्थान से मिली तो उसके हाथ में दो बच्चे थे।
कई बार बेची गई
नाबालिग को जून 2018 में बिहार के जहानाबाद से किडनैप कर लिया गया था जिसके बाद परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और आरोपियों के नाम दर्ज कराए लेकिन पुलिस से वह सहयोग नहीं मिला जो मिलना चाहिए था। आरोपियों का ऐसा गैंग था जो महिलाओं का अपहरण कर उन्हें बेच देता था इसी गैंग ने नाबालिग को फंसाया फिर उसका अपहरण कर नोएडा होते हुए राजस्थान के दौसा तक बेच दिया।
पुलिस से मिली मायूसी
इन ढ़ाई साल के अंदर परिजन कई बार पुलिस थाने से लेकर बड़े अधिकारियों तक के पास बेटी की गुमशुदगी को लेकर गुहार लगाते गए लेकिन हर तरफ से कुछ मिला तो वह थी सिर्फ निराशा। पुलिस ने उल्टा परिजनों को यह कर टरका दिया कि लड़की का प्रेम प्रसंग का मामला है इसलिए वह भाग गई है। इस दौरान लड़की का भाई अपने स्तर पर लगातार जांच में जुटा रहा यहां तक कि कॉल डिटेल्स निकालना और मोबाइल ट्रेस करना वह खुद ही करता रहा।
ऐसा खोजा बहन को
कुछ समय पहले भाई को पता चला कि उसकी बहन राजस्थान के दौसा में है तो वह पुलिस को लेकर वहां पहुंचा और वहां एक गांव में पहुंचकर जब उसे अपनी बहन मिली तो वह फफक-फफकर रो पड़ा। बहन ने भाई को आपबीती बताते हुए कहा कि उसे कई जगह बेचा गया लेकिन कहीं शादी नहीं हुई और आज बिन ब्याही मां के रूप में उसकी गोद में दो बच्चे हैं। दौसा में महिला को पांच लाख रूपये में खरीदकर लाया गया था।
अब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और कह रही है कि जो भी आरोपी हैं उनके बारे में पता लगाया जाएगा कि कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं। लेकिन अगर यही पुलिस पहले से सक्रिय होती तो आज महिला की हालत ऐसी नहीं होती।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।