लगातार बढ़ रही मंहगाई को लेकर विपक्ष अब सरकार की बजाय जनता को कोस रहा है। पेट्रोल, डीजल, एलपीजी और सीएनजी के दामों में रोज बढ़ोतरी हो रही है। आज भी दिल्ली में पेट्रोल डीजल के दाम 80 पैसे बढ़े हैं। पिछले 16 दिनों में से 14 दिन पेट्रोल डीजल के दाम 10 रुपए बढ़ चुके हैं। इसी तरह सीएनजी के दम पिछले 48 घंटे में दो बार बढ़ चुके हैं। पिछले एक महीने में सीएनजी के दाम दिल्ली में 10 रुपए बढ़ चुके हैं।
मंहगाई को लेकर पूरा विपक्ष संसद के भीतर और बाहर मोदी सरकार को घेर रहा है। विपक्ष का आरोप है सरकार सदन में मंहगाई पर चर्चा से भाग रही है। हार थक के अब विपक्ष अब जनता को ही कोसने लगा है। आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह का कहना है की जनता को मंहगाई को देखकर बीजेपी को कुछ नही कहना चाहिए। दिलचस्प अंदाज में संजय सिंह ने कहा की मंहगाई पर भाजपा की कोई गलती नही है, वो तो वही कर रहे हैं जिस नाम पर उन्होंने अभी पांच राज्यों के चुनाव में जनता से वोट मांगा था। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने चुनाव में 80:20 की बात कही थी। अब अगले 20 दिन वो रोज 80 पैसा बढ़ाते रहेंगे।
दरअसल पांच राज्यों के चुनाव जब तक हो रहे थे तब तक पेट्रोल डीजल के दाम नहीं बढ़ाए जा रहे थे। लेकिन जैसे ही नतीजे आए और चार राज्यों में भाजपा की सरकार बनी दाम बढ़ने शुरू हो गए। अब विपक्ष जनता को आगाह कर रही है कि जिस तरह पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले उपचुनावों में बीजेपी की हार के बाद पेट्रोल डीजल के दाम घटाए गए थे, अगर जनता मंहगाई से निजात पाना चाहती है तो से भाजपा के खिलाफ वोट करना चाहिए।
ये सच है की हाल के दिनों में पेट्रोल, डीजल, एलपीजी और सीएनजी के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। लेकिन सत्तापक्ष पांच राज्यों के चुनाव में मिली जीत को जनता द्वारा सरकार के नीतियों का समर्थन मान रही है। यही वजह है कि विपक्ष की आलोचना और शोर-शराबे को सरकार तवज्जो नहीं दे रही है। लाचार विपक्ष अब जनता पर ही कटाक्ष कर रहा है। विपक्ष का मानना है कि जब जनता के लिए मंहगाई ही मुद्दा नहीं रह गया है तो राजनीतिक पार्टियां क्या कर सकती हैं। संजय सिंह जैसे सांसद का साफ कहना है कि बीजेपी ने जनता को 80:20 का नारा दिया था। जनता ने उसे हिंदू मुसलमान समझा। जबकि बीजेपी का इशारा साफ था।
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