नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत केस में हर दिन नई नई जानकारियां सामने आ रही हैं। बीजेपी के एक विधायक ने कहा था कि उद्धव ठाकरे सरकार में एक युवा मंत्री सुशांत सिंह केस में शामिल है। उसके बाद सियासत ने अलग रंग ले लिया। उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा कि लोग उनके और उनके परिवार पर कीचड़ उछाल रहे हैं। उनका सुशांत सिंह केस में किसी तरह का लेना देना नहीं है। यह किसी एक शख्स की मौत पर सियासत है। उन्होंने कहा कि जानबूछकर उन्हें निशाना बनाया जा रहा है और परिवार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उनका किसी भी मामले में दूर दूर तक लेना देना नहीं है।
मुंबई पुलिस की जांच पर उठ रहे सवाल
यहां पर यह समझना जरूरी है कि मुंबई पुलिस के साथ साथ उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य पर सवाल उठना क्यों शुरू हुआ। दरअसल सुशांत सिंह राजपूत केस की जिस तरह से जांच शुरू हुई वो सवालों के घेरे में आ गई। आम लोगों के साथ साथ खास लोगों को यह लगने लगा कि इस मामले में पुलिस के जरिए सही जांच नहीं की जा रही है, एक तरह से मामले को उलझाया जा रहा है। एक महीने से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है और जांच जिस निष्कर्ष पर है वो पीड़ित पक्ष को संतुष्ट नहीं कर पा रही है। इस विषय पर जब सीबीआई जांच की मांग शुरू हुई तो मामला और आगे बढ़ गया।
बिहार सरकार ने सीबीआई को सौंपी है जांच
सुशांत सिंह के पिता ने पटना में रिया चक्रवर्ती के खिलाफ एफआईआर कराई। बिहार पुलिस हरकत में आते हुए मुंबई गई। लेकिन स्थानीय पुलिस का व्यवहार संजीदा नहीं था। इसके बाद राजनेता भी आरोप लगाने लगे कि अब इस केस को सीबीआई के सुपुर्द कर देना चाहिए। इस बीच बिहार पुलिस के आईपीएस मुंबई गए लेकिन उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया और सवाल उठने लगे की मामला गड़बड़ है।
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