बंगलुरु: तीन दिवसीय ‘एरो इंडिया’ शो बुधवार से बेंगलुरू में शुरू हो गया। इस आयोजन में आत्मनिर्भर भारत की झलक दिखाई देगी और ‘मेक इन इंडिया’ पर जोर होगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इसका उद्घाटन किया।
बेंगलुरू में एशिया के सबसे बड़ा एरो इंडिया शो की शुरुआत हो चुकी है। ये कार्यक्रम पांच फरवरी तक चलेगा और इस कार्यक्रम में भारत की वायु सेना की ताकत का प्रदर्शन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत सेना के तीनों प्रमुख शामिल हैं।
एरो इंडिया शो में भारतीय नौसेना के सूर्य किरण एरोबैटिक और सारंग हेलिकॉप्टर की टीम ने एरोबेटिक प्रदर्शन किया। इसके अलावा अमेरिकी बी-1बी लांसर एयरक्राफ्ट ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इस विमान को संयुक्त राज्य अमेरिका के दक्षिण डकोटा के किसी एयरबेस से उड़ान भरकर बंगलूरू तक आने में 26 घंटे का समय लगा। इसके अलावा सुखोई-30 एमकेआई फाइटर ने त्रिशूल फॉर्मेशन में अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार से शुरू हो रहे ‘ऐरो इंडिया’ कार्यक्रम को रक्षा और एरोस्पेस के क्षेत्र मे सहयोग का अद्भुत मंच बताया और कहा कि इन क्षेत्रों में किए जा रहे सुधारों से भारत के आत्मनिर्भर बनने के प्रयासों को बल मिलेगा। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा और एरोस्पेस के क्षेत्र में भारत में असीमित क्षमता है। इन क्षेत्रों में सहयोग के लिए एरो इंडिया एक अद्भुत मंच है। भारत सरकार ने इन क्षेत्रों में भविष्य की दृष्टि से सुधार किए हैं जो आत्मनिर्भर बनने की हमारी कोशिशों को बल देगा।’’
क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए किसी भी दुस्साहस से निपटने को तैयार हैं: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन के साथ जारी सैन्य गतिरोध के बीच बुधवार को कहा कि भारत अपनी सीमाओं पर यथास्थिति में बदलाव की कोशिशों को लेकर सतर्क है और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए किसी भी दुस्साहस से निपटने को तैयार हैं। सिंह ने यहां येलाहंका वायुसेना स्टेशन में आयोजित ‘एरो इंडिया-2021’ के उद्घाटन समारोह में कहा कि हम अपनी विवादित सीमाओं पर यथा स्थिति को बदलने के लिए बल की तैनाती के कई दुर्भाग्यपूर्ण प्रयासों को लंबे समय से देख रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि भारत अपने लोगों एवं क्षेत्रीय अखंडता की हर कीमत पर रक्षा करने के लिए किसी भी दुस्साहस का सामना करने और उसे मात देने के लिए सतर्क एवं तैयार हैं।भारत और चीन के बीच पिछले साल पांच मई से पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध बना हुआ है।
दोनों देशों ने इस गतिरोध को सुलझाने के लिए कई दौर की वार्ता की है, लेकिन इसमें कोई विशेष प्रगति नहीं हुई है। सिंह ने कहा कि भारत की बड़े एवं जटिल मंचों के घरेलू विनिर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हुए आगामी सात से आठ साल में रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण पर 130 अरब डॉलर खर्च करने की योजना है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।