नई दिल्ली: देश की सेना में भर्ती के लिए अब तक की सबसे बड़ी योजना अग्निवीर को आज लांच कर दिया गया। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना प्रमुखों ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अग्निपथ योजना को नई दिल्ली में लांच किया।
कौन बन सकता है अग्निवीर
अब इसी योजना के तहत सैनिकों, एयरमैन और सेलर्स की भर्ती की जाएगी। अग्निपथ योजना के तहत 6 महीने की ट्रेनिंग और 3.5 साल की सेवा के बाद 25 फ़ीसदी अग्नि वीरों को परमानेंट किया जाएगा। साडे 17 साल से ऊपर के 12वीं पास युवक और युवतियां अग्निपथ योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस योजना से सेना में कार्यरत जवानों की एवरेज उम्र भी 32 साल से घटकर 26 साल पर आ जाएगी।
भर्ती के लिए हुए पिछले इम्तिहान नहीं होंगे मान्य
इससे पहले होने वाले वह सभी भर्ती इम्तिहान जिनके परिणाम लंबित हैं उन्हें अब रद्द माना जाएगा अग्निपथ योजना की घोषणा के बाद से अब सेना, वायु सेना और नौसेना में होने वाली सभी भर्तियां नए सिरे से होंगी।
कैसा होगा अग्नि वीरों का सैलरी पैकेज
अग्निपथ योजना की कुछ खास बातों पर नजर डालें तो सेना में शामिल होने पर अग्नि वीरों को महीने में लगभग 30,000 की सैलरी मिलेगी जिसमें से लगभग 9000 उनकी सेविंग होगी और उतना ही हिस्सा सेना भी उनकी सेविंग में मिलाएगी। दूसरे साल में सैलरी के अंश के साथ-साथ सेविंग का अंश भी बढ़ेगा और 4 साल बाद जब वह सेना को छोड़ेंगे तब उन्हें लगभग 11,70000 का पैकेज दिया जाएगा। सेना की तरफ से एक विशेष सर्टिफिकेट भी उनके करिकुलम को यूनिक बनाएगा। इन अग्नि वीरों को 48,00000 रुपए का इंश्योरेंस कवर भी दिया जाएगा।
सरकारी नौकरियों में अग्नि वीरों को मिलेगी वरीयता
अग्नीपथ योजना की घोषणा के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक और बड़ी घोषणा करके यह बताया कि सभी सरकारी मंत्रालय और विभाग जल्द ही एक फैसला करने वाले हैं जिसमें इन अग्नि वीरों को सरकारी नौकरियों में वरीयता दी जाएगी यानी इन अग्नि वीरों को सेवानिवृत्ति पर ढेर सारे अवसर भी मिलेंगे।
महिलाओं को भी मिलेगा मौका
नेवी चीफ एडमिरल आदि कुमार ने कहा कि नौसेना में अग्निपथ योजना के तहत महिलाओं की भर्ती भी की जाएगी और उन्हें खास स्किल्स के आधार पर अलग-अलग भूमिकाओं के लिए लगाया जाएगा। जबकि सेना प्रमुख मनोज पांडे ने कहा कि अग्नि वीरो की ट्रेनिंग में इस बात का खास ध्यान रखा जाएगा कि वह किसी भी तरह से रेगुलर आर्मी के सैनिकों से कम ना हो ताकि उन्हें भी चीन और पाकिस्तान की सीमा पर ऑपरेशनल भूमिकाओं में तैनात किया जा सके साथ ही सेना के मूलभूत सिद्धांतों जैसे नाम नमक और निशान फिटनेस हेल्थ जैसे मापदंडों के साथ भी कोई समझौता नहीं किया जाएगा। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने अग्निपथ योजना के बारे में कहा कि यह एक win-win सिचुएशन है जिसमें देश को यंग टैलेंट मिलेगा और युवाओं को देश की सेवा करने का मौका।
देश को जल्द मिलेगा नया सीडीएस
अग्निपथ योजना के लांच पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस को लेकर भी बहुत अहम घोषणा की उन्होंने कहा कि जल्द ही देश को नया सीडीएस मिलेगा जिसके लिए सरकार ने तैयारी पूरी कर ली है 6 जून को रक्षा मंत्रालय ने अपने गया जिसमें अमेंडमेंट करते हुए यह ऐलान किया था कि अब रिटायर्ड 3 स्टार जनरल तर्क अधिकारी को भी सीडीएस बनाया जा सकता है।
पहले चरण में 46000 अग्निवीर होंगे भर्ती
अग्निपथ योजना को लेकर उठने वाले तमाम सवालों का जवाब देते हुए तीनों रक्षा प्रमुख और रक्षा मंत्री ने कहा कि यह एक नई योजना है। जिसके लिए पिछले 2 सालों से काफी तैयारी की गई है और यह देश के लिए कारगर साबित होगी इसमें पैसे बचाने की बात को मध्य नजर नहीं रखा गया है। बल्कि देश को यंग टैलेंट देने के नजरिए से इसे तैयार किया गया है। पहले बैच में 46000 अग्नि वीरों को तीनों सेना में भर्ती किया जाएगा और पहली रैली अगले 90 दिनों के भीतर शुरू हो जाएगी।
सेना प्रमुखों ने युवाओं से की अग्निवीर बनने की अपील
सेना प्रमुखों ने देश के युवाओं से अपील की कि वह अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर बनकर देश की सेवा करें। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने टाइम्स नाउ नव भारत के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि क्योंकि यह योजना नई है तो इसमें कुछ चुनौतियां भी हैं लेकिन सेना एक रोड मैप बनाकर इन सभी चुनौतियों पर काम कर रही है। सर्विस रिलेटेड इश्यूज रिक्रूटमेंट और ट्रेनिंग और साथ ही एग्जिट प्लान को लेकर भी काम किया जा रहा है। लेकिन यह साफ है की अग्निपथ योजना के तहत सेना में आने वालों की योग्यता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा ताकि सेना की ताकत जोश जज्बा और ऑपरेशनल रेडिनस बरकरार रहे।
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