नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता असीम वकार का कहना है कि जावेद अख्तर मुस्लिम नहीं हैं और साथ ही उन्हें मुनफिक (नापाक) कहा है। नेता का कहना है कि मुसलमानों से जावेद अख्तर को लाकब बुलाने का आग्रह करना चाहिए। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता का आरोप है कि जावेद अख्तर के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के साथ कनेक्शन हैं और वह मुसलमानों के खिलाफ इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि वह मौजूदा सरकार में राज्यसभा सीट चाहते हैं।
बता दें कि एक ताजा विवाद में, कवि और गीतकार जावेद अख्तर ने शनिवार को ट्विटर पर कहा था कि लाउडस्पीकर पर 'अज़ान' भारत में लगभग पचास वर्षों से चली आ रही थी और इससे लोगों को असुविधा होती है। जावेद अख्तर ने ट्वीट करते हुए लिखा था, 'भारत में लाउडस्पीकर पर लगभग 50 वर्ष के लिए अज़ान हराम थी फिर यह इतनी हलाल हो गई कि इसका कोई अंत नहीं है, लेकिन इसका अंत होना चाहिए अज़ान ठीक है। लाउडस्पीकर दूसरों के लिए असुविधा का कारण बनता है, मुझे उम्मीद है कि कम से कम इस बार वह इस काम को खुद करेंगे।'
बता दें कि अज़ान पर फिल्म जगत से जुड़े किसी व्यक्ति की टिप्पणी के बाद विवाद पैदा होने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले सोनू निगम भी ऐसे ही विवाद को लेकर सुर्खियों में रह चुके हैं। साल 2017 में, इसी तरह का एक बयान गायक सोनू निगम ने दिया था जिसमें कहा गया था कि अज़ान की आवाज की वजह से उन्हें सोने में परेशानी होती है। निगम ने कहा था, 'ईश्वर सभी को आशीर्वाद दे। मैं मुस्लिम नहीं हूं और मुझे सुबह अज़ान की आवाज से जागना पड़ता है। भारत में यह जबरन धार्मिकता कब समाप्त होगी।'
जावेद अख्तर से जब सोनू निगम के बयान के बारे में टिप्पणी करने के लिए कहा गया था तो उन्होंने कहा था, 'जहां तक मुझे लगता है, चाहे वह मस्जिद, मंदिर, चर्च या गुरुद्वारा हो, चाहे कोई भी स्थान हो, अपनी प्रार्थना करें, लेकिन इससे किसी को भी परेशानी नहीं होनी चाहिए।'
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