बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में पुलिस ने नगर निगम के पार्षद के खिलाफ नर्स से घर खाली करवाने के मामले में अपराध दर्ज कर लिया है। कांग्रेस पार्टी के पार्षद पर आरोप है कि उसने कोरोना वायरस से संक्रमण के डर के कारण नर्स पर मकान खाली करने का दबाव बनाया था। मकान मालिक पार्षद ने हालांकि इस आरोप से इंकार करते हुए कहा है कि नर्स से स्वयं मकान खाली किया है। बिलासपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर के सिविल लाईंस थाने की पुलिस ने पार्षद सीताराम जायसवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
एक डॉक्टर की शिकायत पर दर्ज किया गया केस
पुलिस ने पार्षद के खिलाफ मामला एक निजी अस्पताल के डॉक्टर की शिकायत पर दर्ज किया है। डॉक्टर उस अस्पताल के मालिक भी हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत की थी कि जायसवाल ने नर्स को यह कहते हुए धमकाया था कि अस्पताल में काम करने वाले लोगों से वायरस का संक्रमण फैल सकता है। जायसवाल ने नर्स को मकान खाली करने के लिए एक दिन का समय दिया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टर की शिकायत के बाद पुलिस ने पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के सात मामले
इस मामले में अभी तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। इधर पार्षद जायसवाल का कहना है कि उसके घर में किराएदार नर्स बीते गुरुवार को अपने गांव से आई और कहा कि वह नौकरी छोड़ना चाहती है तथा घर खाली कर रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने नर्स पर मकान खाली करने का दबाव नहीं बनाया था। उसे फर्जी मामले में फंसाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण के सात मामले सामने आए हैं। इनमें बिलासपुर की एक महिला भी शामिल है।
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