देश में कोरोना के मामले अब थमते हुए नजर आ रहे हैं। बुधवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में कुल 62, 224 केस आए जबकि 2,54 लोगों का निधन हुआ। हालांकि डिस्चार्ज करने वालों की संख्या एक लाख से ऊपर है। इन सबके बीच सरकार ने एक बार फिर बताया कि कोविशील्ड के दो डोज के बीच अंतर को क्यों बढ़ाया गया।
वैज्ञानिक आधार पर गैप को बढ़ाया गया
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह (एनटीएजीआई) डॉ एनके अरोड़ा ने समझाया कि दो कोविशिल्ड खुराक के बीच के अंतर को 4-6 सप्ताह से बढ़ाकर 12-16 सप्ताह करने का निर्णय एडिनोवेक्टर टीकों के व्यवहार के संबंध में मौलिक वैज्ञानिक कारणों में निहित है।यह वह आधार था जिसके आधार पर उन्होंने अल्फा संस्करण के प्रकोप पर काबू पा लिया। ब्रिटेन इससे बाहर आने में सक्षम था क्योंकि उन्होंने 12 सप्ताह का अंतराल रखा था।
कोरोना अपडेट
13 मई को डोज में गैप बढ़ाने का लिया गया था फैसला
हमने सोचा कि यह एक अच्छा विचार है क्योंकि वैज्ञानिक कारण हैं कि जब अंतराल बढ़ाया जाता है, तो एडिनोवेक्टर टीके बेहतर प्रतिक्रिया देते हैं। इसलिए 13 मई को अंतराल को बढ़ाकर 12 - 16 सप्ताह करने का निर्णय लिया गया। इसकी वजह से लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर पर जाने में सहुलियत होती है। क्योंकि हर कोई ठीक 12 सप्ताह में नहीं आ सकता है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।