Jagannath Rath Yatra 2022: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद में आज तड़के सुबह भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के रथों के निकलने से पहले मंदिर में मंगला आरती और पूजा पाठ किया. 'मंगला आरती' परंपरा सालों से चली आ रही है.दो साल के बाद बगैर कोरोना प्रतिबंधों के लाखों लोग इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं। लाखों भक्त इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
उधर ओडिशा के पुरी में भी भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के घर जाते हैं। इस साल पूरी भव्यता और उत्साह के साथ रथ यात्रा निकल रही है। पुरी के जगन्नाथ मंदिर से सजे धजे तीन रथों पर सबसे आगे भगवान बलराम जी का रथ, बीच में बहन सुभद्रा का रथ और सबसे पीछे जगन्नाथजी का रथ निकलता है। रथ यात्रा का समापन 12 जुलाई को होगा। भगवान का रथ खींचकर पुण्य कमाने की लालसा में लाखों भक्त पुरीधाम पहुंच चुके हैं। प्रदेश सरकार ने पूरी यात्रा शांतिपूर्ण कराने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
श्रद्धालुओं ने करीब दो साल के बाद भगवान के इस स्वरूप के दर्शन किए क्योंकि कोविड-19 महामारी की वजह से श्रद्धालुओं के एकत्रित होने पर पाबंदियां लागू थीं। सामान्यत: ''आषाढ़ी बीज'' के दिन रथयात्रा के मार्ग में देवताओं और जुलूस की एक झलक पाने के लिए लाखों लोग इकट्ठा होते हैं, जिसमें सजे-धजे हाथी और कई झांकियां शामिल होती हैं। एक जुलाई को यहां भगवान जगन्नाथ की 145वीं रथयात्रा में गुजरात भर से लाखों लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए शहर में पूरे मार्ग पर कम से कम 25 हज़ार सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया जाएगा।
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