नई दिल्ली: बीजेपी के सीनियर नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महंगाई को लेकर कांग्रेस विरोध प्रदर्शन सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने विरोध के लिए इस दिन को चुना और काले कपड़े पहने क्योंकि वे अपनी तुष्टिकरण की राजनीति को और बढ़ावा देने के लिए एक सूक्ष्म संदेश देना चाहते हैं क्योंकि इसी दिन पीएम मोदी ने राम जन्मभूमि की नींव रखी थी। उन्होंने कहा कि जिस दिन राम मंदिर का शिलान्यास उसी दिन प्रदर्शन किया गया। आज के ही दिन प्रदर्शन क्यों किया गया। कांग्रेस तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। कांग्रेस ने जानबूझकर काले कपड़े पहने। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को जिम्मेदार होना चाहिए और कानून के अनुसार सहयोग करना चाहिए। शिकायत के आधार पर मामला चल रहा है। जहां तक ईडी का सवाल है, देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति का सभी को सम्मान करना चाहिए।
गौर हो कि कांग्रेस ने महंगाई, आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की दरों में वृद्धि और बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ शुक्रवार (5 अगस्त) देशव्यापी प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी काले कपड़ों में नजर आए और उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। दिल्ली में कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई नेताओं और 60 से अधिक सांसदों को प्रदर्शन के दौरान हिरासत में ले लिया गया था। प्रदर्शन में शामिल हुए कांग्रेस नेताओं ने भी काले रंग के कपड़े पहन रखे थे। राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला। हालांकि, पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ शुक्रवार को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन की घोषणा की थी। इसके तहत कांग्रेस कार्य समिति के सदस्यों एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रधानमंत्री आवास का घेराव करने की योजना थी। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता इसी के लिए कांग्रेस मुख्यालय में जमा हुए थे। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी प्रधानमंत्री आवास के घेराव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय पहुंचीं, जहां से उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
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काले रंग की सलवार-कमीज ओर दुपट्टा पहने प्रियंका पार्टी मुख्यालय के सामने पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधक को लांघकर दूसरी तरफ पहुंचीं और सड़क पर धरने पर बैठ गईं। कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संसद भवन से पार्टी सांसदों का मार्च शुरू होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इसमें थोड़ी देर के लिए शामिल हुईं। हिरासत में लिए जाने से पहले राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।
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