भारतीय किसान यूनियन (BKU) की हरियाणा इकाई (Haryana) ने कृषि विधेयकों के विरोध में राज्य भर में रविवार को विरोध-प्रदर्शन करने की घोषणा की। इस दौरान भाकियू तीन घंटे के लिए सड़कों पर यातायात बाधित करेगी। इस बीच, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ऐसा नहीं करने की अपील करते हुए उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया।
हरियाणा भाकियू के अध्यक्ष गुरनाम सिंह ने कहा कि केंद्र ने कृषि संबंधी तीन अध्यादेशों को वापस नहीं लिया और उन्हें विधेयक के रूप में पेश करके लोकसभा में पारित करा लिया। अन्य किसान संगठनों के समर्थन का दावा करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने सरकार को चेतावनी दी थी कि वह इन 'किसान विरोधी' कानूनों के साथ आगे नहीं बढ़े। कल, हम पूरे राज्य में प्रदर्शन करेंगे और इस दौरान हम तीन घंटे के लिए सड़कों को बंद करेंगे। हालांकि, जीटी रोड (राष्ट्रीय राजमार्ग) को बाधित नहीं किया जाएगा।'
हरियाणा बीकेयू प्रमुख के अनुसार उन्होंने यमुनानगर टोल प्लाजा, कुरुक्षेत्र-यमुनानगर रोड, कुरुक्षेत्र- पिहोवा रोड, कुरुक्षेत्र-किरमच रोड, अंबाला-हिसार रोड पर ट्रैफिक बाधित करने की रणनीति बनाई है और इस पर काम कर रहे हैं।
पंजाब सहित विभिन्न राज्यों में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, पंजाब में किसानों ने 24 सितंबर से 26 सितंबर के बीच "रेल रोको" का आह्वान किया है। वहीं कृषि विधेयकों के विरोध में 25 सितंबर को होने वाले पंजाब बंद के लिए 31 किसान संगठन एक साथ आने के लिए तैयार हुए हैं।किसान मजदूर संघर्ष समिति ने पहले ही 24 से 26 सितंबर के बीच रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया हुआ है। क्रांतिकारी किसान यूनियन के अध्यक्ष दर्शन पाल ने बताया कि पंजाब बंद को समर्थन देने वालों में मुख्य तौर पर भारती किसान यूनियन (क्रांतिकारी), कीर्ति किसान यूनियन, भारती किसान यूनियन (एकता उगराहां), भाकियू (दोआबा), भाकियू (लाखोवाल) और भाकियू (कादियां) आदि संगठन शामिल हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।