लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का बड़ा झटका लगा है। अनु टंडन ने गुरुवार को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। टंडन का इस्तीफा कांग्रेस पार्टी के लिए एख बड़ा झटका है क्योंकि महासचिव प्रियंका गांधी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी को नए सिरे से खड़ा करना चाहती हैं। टंडन उन्नाव से कांग्रेस की सांसद एवं गांधी परिवार का करीबी रही हैं। प्रदेश में वह कांग्रेस का बड़ा चेहरा मानी जाती हैं। टंडन ने अपने इस्तीफे की घोषणा ट्विटर पर की है और इसके साथ ही उन्होंने अपना बयान भी जारी किया है। टंडन का कहना है कि प्रदेश में नेता अपनी ब्रैंडिंग में लगे हैं, कोई पार्टी के हित के बारे नहीं सोच रहा है। उत्तर प्रदेश में साल 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। टंडन का इस्तीफा ऐसे समय हुआ है जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और यूपी के वरिष्ठ नेता सलीम शेरवानी समाजवादी पार्टी में शामिल हुए हैं।
अपने इस्तीफे के बारे में टंडन ने कहा है कि वह कांग्रेस पार्टी के साथ 15 सालों तक जुड़ी रहीं और एक सांसद एवं कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा की है। टंडन ने प्रदेश के कांग्रेस नेताओं से सहयोग न मिलने का आरोप लगाया है। कांग्रेस नेता का कहना है कि 2019 का लोकसभा चुनाव हारने का उन्हें उतना दुख नहीं हुआ जितना की पार्टी की मौजूदा हालत को देखकर हो रहा है। टंडन का कहना है कि प्रदेश में संगठन बिखराव का शिकार हो गया है।
2019 के समय पार्टी का महासचिव बनाए जाने के बाद से प्रियंका गांधी राज्य में लगातार सक्रिय हैं। वह आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी एवं संगठन को एक बार फिर खड़ा करना चाहती हैं। अनु टंडन के इस्तीफे से यह जाहिर हुआ है कि प्रदेश कांग्रेस में सब कुछ ठीक ठाक नहीं है।
बताया जाता है कि प्रदेश की राजनीति में खुद को दरकिनार किए जाने और पार्टी की कार्यशैली से वह नाराज चल रही थीं। समझा जाता है कि आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश कांग्रेस से कई और इस्तीफे हो सकते हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।