नई दिल्ली: दिल्ली में गर्मी का सितम लगातार बरकरार है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली में अप्रैल महीना 72 वर्षों में दूसरा बार सबसे अधिक गर्म रहा। जिसमें मासिक औसत अधिकतम तापमान 40.2 डिग्री सेल्सियस था। दिल्ली में इस महीने तीन बार लू का लंबा दौर रहा, ऐसा समय-समय पर हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें नहीं पड़ने के कारण हुआ। आम तौर पर इस मौसम में पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से दिल्ली में बारिश होती है। इस बार यह एक्टिव नहीं था।
वर्ष 2010 में, दिल्ली में औसत मासिक अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ने इस महीने तीन लंबी गर्मी का अनुभव किया। इस दौरान कभी भी हल्की बारिश और गरज के साथ नहीं हुई। 21 अप्रैल को छोड़कर, जब अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली में अन्य सभी दिनों में नॉर्मल अधिकतम तापमान से अधिक दर्ज किया गया। शहर में 28 अप्रैल और 29 अप्रैल को अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली में एक अप्रैल के दिन 12 साल में यह सबसे अधिक अधिकतम तापमान था। दिल्ली में 18 अप्रैल 2010 को अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। 29 अप्रैल, 1941 को महीने का सर्वकालिक उच्च तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
दिल्ली के मौसम संबंधी आधार केंद्र-सफदरजंग वेधशाला ने लगातार दूसरे दिन अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। यह 12 साल में अप्रैल महीने में किसी एक दिन का सर्वाधिक तापमान है। राष्ट्रीय राजधानी में 18 अप्रैल 2010 को अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। महीने का अब तक का सर्वकालिक उच्च तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस है, जो 29 अप्रैल 1941 को दर्ज किया गया था।
राष्ट्रीय राजधानी में आज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में पारा 46.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। रिज में (45.7 डिग्री सेल्सियस), मुंगेशपुर में (45.9 डिग्री सेल्सियस), नजफगढ़ में (45.9 डिग्री सेल्सियस) और पीतमपुरा में अधिकतम तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच से सात डिग्री अधिक है। आईएमडी ने शनिवार को दिल्ली के कई हिस्सों में भीषण लू की चेतावनी देते हुए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। दिल्ली में अप्रैल में 10 लू-दिन दर्ज किए गए हैं, जो 2010 में अप्रैल महीने के 11 ऐसे दिनों के बाद सर्वाधिक हैं।
आईएमडी ने कहा कि दिल्ली में रविवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने, हल्की बारिश और धूल भरी आंधी के साथ 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे गर्मी से अस्थायी राहत मिल सकती है। इसने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से सोमवार से लू के समाप्त होने की उम्मीद है, जिसके एक मई की रात से उत्तर-पश्चिमी भारत को प्रभावित करने की संभावना है।
भारत के कई हिस्सों में लू का कहर, पारा 46 डिग्री सेल्सियस के पार
भीषण लू के कारण देश का एक बड़ा हिस्सा बेहाल है और पूर्वी उत्तर प्रदेश के बांदा में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद (46.8 डिग्री सेल्सियस) और झांसी (46.2 डिग्री सेल्सियस) जैसे कई स्थानों पर पारा 46 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। दिल्ली में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (46.4 डिग्री सेल्सियस); राजस्थान में गंगानगर (46.4 डिग्री सेल्सियस); मध्य प्रदेश में नौगोंग (46.2 डिग्री सेल्सियस) और महाराष्ट्र के चंद्रपुर में तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा के गुरुग्राम में अब तक का उच्चतम तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने कहा कि राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में दो मई से चार मई के बीच हल्की बारिश और गरज के साथ बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 36 डिग्री से 39 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
आईएमडी के अनुसार, अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होने पर लू घोषित की जाती है। यदि तापमान सामान्य तापमान से 6.4 डिग्री से अधिक हो तो गंभीर लू घोषित की जाती है। मौसम विभाग मौसम की चेतावनी के लिए चार रंग के कोड का उपयोग करता है - ‘ग्रीन’ (किसी कार्रवाई की आवश्यकता नहीं), ‘येलो’ (देखें और अद्यतन रहें), ‘ऑरेंज’ (तैयार रहें) और ‘रेड’ (कार्रवाई करें)।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।