आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के पूर्व डायरेक्टर अमरेंद्र नाथ से विस्तार से जानिए ज्ञानवापी में मंदिर थी या मस्जिद... उन्होंने बताया- 'यह संरचना लगभग 10वीं शताब्दी के आसपास की हैएएसआई के पूर्व अधिकारी डॉयरेक्टर ने बताया कि पत्थरों की जो संरचना है वो पांचवीं से छठवीं शताब्दी का है। जिस मूल विषय की हम बात कर रहे हैं उसके बारे में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय द्वारा कराया गया है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर ऐसी संरचानए हैं जहां मंदिर दीवारों पर गुंबद बनाए गए हैं। बड़ी बात यह है कि दोनों के कालखंड में अंतर बहुत अधिक तो इस तरह से आप समझ सकते हैं कि तोड़फोड़ हुई रही होगी।
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने ज्ञानवापी को लेकर बड़ा बयान दिया है। कहा कि ज्ञानवापी जैसा शब्द कुरान व इस्लाम में कहीं स्थान नहीं पाता।सांसद बीघापुर तहसील के महाविद्यालयों में लैपटाप वितरित करने गए सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि अटक से कटक और कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत एक है। भारतीय संविधान के खिलाफ जो भी कुछ करेगा, उसपर संवैधानिक कार्रवाई होगी। ज्ञानवापी जैसा शब्द कुरान व इस्लाम में कहीं स्थान नहीं पाता। ज्ञानवापी का अर्थ है ज्ञान का सरोवर, ज्ञान का कुआं। इस शब्द से ही स्पष्ट है कि वह स्थान भगवान शिव का है, जो ज्ञान के दाता हैं। इसलिये इस पर कोई विवाद नहीं है।
सांसद ने कहा, कुतुबमीनार व ताजमहल की बात और है। मथुरा में जो मस्जिद है, वह आक्रांताओं ने तोड़कर बनवाई थी। कोर्ट में मामला है, जो भी निस्तारण होगा स्वीकार करेंगे। ताजमहल की विवेचना होगी। पुरातत्व विभाग जांच करेगा। जो होगा साक्षी महाराज की मांग पर नहीं, पुरातत्व विभाग की डिमांड पर होगा। मदरसे राष्ट्रवाद की तरफ चल पड़े तो हम स्वागत करेंगे।उन्होंने कहा कि ओवैसी क्या कहते हैं, इससे कोई मतलब नहीं। वह केवल मुसलमानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं। महंगाई बढ़ती जा रही यह ठीक है, लेकिन महंगाई कम करने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार कोई न कोई योजना बनाती रहती हैं।
ज्ञानवापी पर बोले असदुद्दीन ओवैसी, हम दूसरी मस्जिद नहीं खोने देंगे
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