नई दिल्ली: नवनियुक्त सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को कहा कि सीडीएस के पद के सृजन से तीनों सेना (थल-नव-जल) के बीच अधिक पारदर्शिता और तालमेल आएगा। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए नरवाने ने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने से घाटी में आतंकवादी-संबंधी घटनाओं में कमी आई है। यह रेखांकित करते हुए कि पाकिस्तान आतंकवाद का उपयोग स्टेट पॉलिसी के एक टूल के रूप में कर रहा है, नरवणे ने कहा कि यह लंबे समय तक नहीं चल सकता है। नरवणे ने कहा कि वे सफल नहीं होंगे। सीजफायर उल्लंघन हुए हैं। एलओसी के पार लॉन्चिंग पैड्स में आतंकवादी इंतजार कर रहे हैं। लेकिन हम किसी भी घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
नरवणे ने कहा कि आतंकवाद दुनिया भर में एक समस्या है, भारत लंबे समय से आतंकवाद को झेल रहा है। लेकिन अब आतंकवाद से पूरी दुनिया प्रभावित हो रही है और कई देश महसूस कर रहे हैं कि यह एक खतरा क्या है। उन्होंने आगे कहा कि सेना में अपने अनुभव से विशेष रूप से कार्यकाल के अंतिम वर्षो में मैं न केवल ट्रेनिंग पार्ट बल्कि ऑपरेशनल पार्ट का भी अच्छा आइडिया हासिल करने में सक्षम रहा हूं। इसलिए, मुझे लगता है कि उच्च मानकों को बनाए रखना जारी रखना सबसे महत्वपूर्ण है।
नवनियुक्त चीफ ने आगे रेखांकित किया कि धारा 370 को निरस्त करना, ग्राउंड पर स्थिति में एक निश्चित सुधार है, आतंकवादी घटनाओं की संख्या में कमी आई है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान एक राज्य तंत्र के रूप में आतंकवाद का इस्तेमाल करना जारी रखता है, लेकिन भारतीय सेना जमीन पर किसी भी घटना से निपटने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) के पद का सृजन करने और अपने पूर्ववर्ती जनरल बिपिन रावत को पहले सीडीएस के रूप में नियुक्त करने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए नरवणे ने कहा कि हम सीडीएस के पद के सृजन से बहुत खुश हैं।
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